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अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों की गिरावट

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों के संख्या में गिरावट

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, जेकरा के हमनी के एएमयू कहिले बानी, ऊ हमेशा से देश-विदेश के छात्रों के पढ़ाई खातिर एक प्रसिद्ध ठिकाना रहल बा। लेकिन हाल में ई सुनल गइल बा कि यहाँ विदेशी छात्रों के संख्या में भारी गिरावट आइल बा। ई खबर सुनके कई लोग दंग रह गइलन।

गिरावट के आंकड़ा

आंकड़न के अनुसार, पिछले साल के मुकाबले इस साल विदेशी छात्रों के संख्या में लगभग 30% के कमी देखल गइल बा। एसे पहले, एएमयू में विदेशी छात्रन के संख्या 1500 से अधिक रहल, लेकिन अब ई घटके 1000 से नीचे आ गइल बा। ई गिरावट के कई कारण बतावल जात बा।

मुख्य कारण

पहिला कारण त वैश्विक महामारी के असर बा। कोरोना वायरस के चलते कई विदेशी छात्रन के भारत आवे में दिक्कत भइल। दोसरा, राजनीतिक स्थिति आ वीजा प्रणाली में बदलाव भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहल बा। कई छात्र अब भारत के बजाय दोसरा देशन के चुन रहल बाड़न।

भोजपुरी संस्कृति पर असर

ए गिरावट से ना केवल विश्वविद्यालय पर असर पड़ी, बलुक एही से भोजपुरिया संस्कृति आ परंपरा पर भी प्रभाव पड़ सकत बा। जब विदेशी छात्र ए जगह पर आके भोजपुरिया भाषा आ संस्कृति के सीखल करेलन, त ऊ अपना देश में भी एक नया रंग भर देलन। अब जेकरा चलते ई कमी देखल जा रहल बा, ऊ भोजपुरिया संस्कृति के फैलाव में रुकावट डाल सकेला।

छात्रन के अनुभव

एएमयू के कुछ विदेशी छात्र आइलन, जवन बतवलन कि ऊ लोगन के एह यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के अनुभव बहुत बढ़िया रहल बा। ऊ लोग यहाँ के माहौल, शिक्षण शैली आ दोस्ताना संबंधन के सराहत बाड़न। लेकिन अब जब संख्या में कमी हो रहल बा, त उनकर आवाज भी सुनाई ना दे रहल बा।

समाधान के रास्ता

अगर ए स्थिति के ठीक करे के चाही, त विश्वविद्यालय के चाही कि ऊ अपने कार्यक्रमन में बदलाव करी। विदेशी छात्रन के खातिर विशेष छात्रवृत्ति, बेहतर वीजा प्रक्रिया आ परामर्श सेवा के व्यवस्था कइल जाव। ई सब चीज़न से उनकरा के आकर्षित कइल जा सकेला।

FAQs

विदेशी छात्रन के संख्या के गिरावट काहे भइल?

ग्लोबल महामारी, राजनीतिक स्थिति आ वीजा प्रणाली में बदलाव के चलते विदेशी छात्रन के संख्या में कमी आइल बा।

ए गिरावट से भोजपुरी संस्कृति पर का असर पड़ी?

जब विदेशी छात्र ए विश्वविद्यालय में आके भोजपुरिया संस्कृति के सीखत रहल, त अब ई कमी से संस्कृति के फैलाव में रुकावट आ सकेला।

कइसे विदेशी छात्रन के संख्या बढ़ावल जा सकेला?

छात्रवृत्ति, बेहतर वीजा प्रक्रिया आ परामर्श सेवा के जरिए विदेशी छात्रन के आकर्षित कइल जा सकेला।

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