कांग्रेस कार्यकर्ता के मौत पर बवाल
गुरुवार के दिन, उत्तर प्रदेश विधानसभा के नजदीक कांग्रेस पार्टी के प्रदर्शन में एक कार्यकर्ता के मौत हो गइल। ई आदमी, जेकरा नाम प्रभात कुमार पांडेय बतावल गइल, ओहकर उमिर 31 साल रहे आ ऊ गोमती नगर में एक किराए के कमरा में रहत रहल। कांग्रेस पार्टी सरकार के बेरोजगारी आ महंगाई जइसन कई मुद्दा पर विरोध कर रहल रहे।
प्रभात के चाचा, मनीष पांडेय, हुसैनगंज थाना में एक शिकायत दरज करवलें आ कहलें कि प्रभात के हत्या कइल गइल बा। मनीष कहले, “हमके कांग्रेस कार्यालय से लगभग 4.15 बजे फोन आइल कि प्रभात बेहोश बाड़न। फोन करे वाला बतवले कि प्रभात ओहिजा दू घंटा से लेटल बाड़न।” मनीष आगे बतवले, “तुरंत हम अपने रिश्तेदार संदीप के भेजलें जे ओहिजा गइल आ देखलें कि प्रभात के पैर ठंडा हो गइल बा। ओके बाद ओकरा के सिविल अस्पताल ले जाइल गइल, जहां डॉक्टर लोग ओके मृत घोषित कर देलें।”
मनीष कहले कि उ ना जानत बाड़न कि प्रभात कांग्रेस कार्यालय कइसे पहुँचले। “हमार भतीजा के कौनो बीमारी ना रहे, लेकिन एही से लागता कि कुछ गलत भइल। हम सोचतानी कि उ हत्या के शिकार भइल बाड़न,” मनीष कहले।
पुलिस कहले कि शरीर के पोस्टमार्टम के लिए भेजा गइल बा आ आगे के जांच जारी बा। लखनऊ पुलिस कहले कि प्रदर्शन के दौरान कवनो बल के इस्तेमाल ना भइल। उ लोग सबके अफवाह ना फैलावे के आग्रह कइलें। लखनऊ के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस, रवीना त्यागी, के अनुसार प्रभात के शरीर पर कवनोVisible निशान ना मिलल।
कांग्रेस नेता के बयान
एक अउर कांग्रेस कार्यकर्ता, मृदुल इस्लाम, असम के गुवाहाटी में एक प्रदर्शन के दौरान मरे गइल। कांग्रेस नेता लोग दूनो मौत के खिलाफ कड़ी निंदा कइलें आ कहलें कि ई पुलिस के बर्बरता के कारण भईल।
विपक्ष के नेता राहुल गांधी भाजपा सरकार पर आरोप लगवले कि ऊ “लोकतंत्र आ संविधान के हत्या” कर रहल बाड़ी। ऊ अपने पोस्ट में कहले, “फिर से लोकतंत्र आ संविधान के हत्या भइल बा। कांग्रेस पार्टी पूरे देश में बाबा साहेब आ संविधान के समर्थन में सत्याग्रह कर रहल बा।”
प्रियंका गांधी वाड्रा भी ई हत्या के पुलिस के बर्बरता के कारण मानत बाड़ी आ कहले, “जइसन भाजपा सरकार कांग्रेस कार्यकर्ता के खिलाफ दमनकारी कार्रवाई क रहल बा, उ ब्रिटिश राज के याद दिलावता।”
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी ई घटना के निंदा कइलें आ कहले, “कांग्रेस पार्टी के देश के खातिर बलिदान के लंबा इतिहास बा, आ हम ई तानाशाही शासन के बर्दाश्त ना कइल जाई। भाजपा के ई मौत खातिर पूरी जिम्मेदारी लेवे के चाहीं।”
आंदोलन आ सहायता
उत्तरी प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय कहले कि कांग्रेस कार्यकर्ता जब विधानसभा की ओर मार्च कर रहल बाड़न, त पुलिस के अत्यधिक बल प्रयोग के कारण प्रभात पांडेय के मौत भइल। ऊ राज्य सरकार पर आरोप लगवले कि उ असहमति के दबावे के कोशिश कर रहल बाड़ी।
राय कहले कि कांग्रेस प्रभात के परिवार के 10 लाख रुपिया के वित्तीय सहायता दी। ऊ मांग कइलें कि दूनो कार्यकर्ता के मौत के पीछे जवन पुलिस कर्मी के जिम्मेदारी बा, उन पर कार्रवाई होखे के चाहीं।
FAQs
प्रभात कुमार पांडेय के मौत कइसे भइल?
प्रभात के मौत पुलिस के बल प्रयोग के कारण मानल जा रहल बा।
कांग्रेस पार्टी के नेता लोग का बोललें?
कांग्रेस के नेता लोग पुलिस के बर्बरता पर निंदा कइले आ ई मौत के जिम्मेदारी भाजपा सरकार पर डलले।
प्रभात के परिवार के सहायता कइल गइल बा?
हां, कांग्रेस पार्टी प्रभात के परिवार के 10 लाख रुपिया के सहायता देवे के घोषणा कइले बिया।
पुलिस के जांच का स्थिति का बा?
पुलिस प्रभात के शव के पोस्टमार्टम करावे के बाद आगे के जांच कर रहल बिया।