बौवल कैंसर के बढ़त मामला: युवा लोगन में काहे बढ़ रहल बा?
हर साल लगभग दो करोड़ लोग बौवल कैंसर के शिकार होखेलें, जेकरा के दुनिया में तीसरा सबसे आम कैंसर मानल जाला। एक अध्ययन से पता चलल बा कि ई रोग 50 साल से नीचे के लोगन में बढ़ रहल बा। त, आखिर का कारण बा कि युवा लोगन में ई मामला बढ़ रहल बा?
बौवल कैंसर के बढ़त मामला
बौवल कैंसर, जेकरा के कोलोरेक्टल कैंसर के नाम से भी जानल जाला, ऊ कैंसर ह जवन सबसे ज्यादा 50 साल से ऊपर के लोगन में देखा जात रहे। लेकिन हाल के कुछ सालन में युवा लोगन में ई बीमारी के बढ़त मामला एक चिंताजनक संकेत दे रहल बा।
महत्वपूर्ण अध्ययन आ परिणाम
2019 में, एगो अध्ययन बतवलस कि सात उच्च आय वाले देशन में 50 साल से ऊपर के लोगन में बौवल कैंसर के दर स्थिर भइल या कम होखत जात बा। ई सफलता नियमित स्क्रीनिंग कार्यक्रमन के कारण मानल गइल। लेकिन ई अध्ययन देखावलस कि 50 साल से कम उम्र के लोगन में ई बीमारी बढ़त जात बा। उदाहरण स्वरूप, नॉर्वे में 1990 में जन्मल लोगन में रेक्टल कैंसर के खतरा 1920 में जन्मल लोगन की तुलना में पाँच गुना ज्यादा हो गइल बा।
जीवनशैली आ बौवल कैंसर
बौवल कैंसर के बढ़त मामला के कारण खोजे पर पता चलल बा कि हमारा जीवनशैली आ वातावरण पर ई रोग के विकास बहुत हद तक निर्भर करत बा। जैसे, 1968 में एगो अध्ययन से पता चलल कि अमेरिका में रह रहल जापानी लोग में बौवल कैंसर के दर जापान के मुकाबले बहुत ज्यादा बा। ई बात से पता चलत बा कि पश्चिमी जीवनशैली बौवल कैंसर के बढ़ावा देत बा।
अस्वस्थ जीवनशैली के प्रभाव
कम शारीरिक गतिविधि, फाइबर में कमी आ फैट में ज्यादा डाइट, मोटापा, शराब के सेवन आ धूम्रपान इ सब बौवल कैंसर के खतरा बढ़ावत बा। कैंसर रिसर्च यूके के अनुसार, यूके में आधे से ज्यादा बौवल कैंसर के मामला रोका जा सकत बा।
वैश्विक मोटापा संकट
आजकल हम मोटापे के वैश्विक संकट के सामना कर रहल बानी। करीब 2.2 अरब लोग मोटा आ 890 मिलियन लोग मोतियाबिंद से ग्रस्त बा। ई संकट खासकर बच्चों में बढ़ रहल बा, जहाँ 5 से 14 साल के बच्चों में मोटापा 1970 के दशक के मुकाबले दस गुना ज्यादा आम हो गइल बा। ई सब मेटाबॉलिक परिवर्तन बौवल कैंसर के विकास में मदद कर रहल बा।
बौवल कैंसर के लक्षण
बौवल कैंसर के जल्दी पहचान करना बहुत जरूरी बा। पेट में दर्द, खून आना, बाथरूम के आदत में बदलाव आ बिना कारण वजन कम होना सब लक्षण हो सकत बा। अगर ई लक्षणन में से कोई भी महसूस होखत हो, त डॉक्टर से जरूर चेक करावल जाव।
बचाव के उपाय
बौवल कैंसर से बचाव खातिर एकदम स्पष्ट संदेश बा। स्वस्थ आ संतुलित आहार खाईं, प्रोसेस्ड फूड आ शराब के सेवन कम kariं, धूम्रपान से दूर रहीं आ नियमित व्यायाम करीं।
FAQs
बौवल कैंसर का होला?
ई एक प्रकार के कैंसर ह जवन आंत में होखेला, जेकरा में रेक्टम आ कोलन शामिल बा।
बौवल कैंसर के लक्षण का का होला?
पेट में दर्द, खून आना, बाथरूम के आदत में बदलाव, आ वजन कम होना लक्षण हो सकत बा।
कवन चीज बौवल कैंसर के खतरा बढ़ावत बा?
अस्वस्थ जीवनशैली, मोटापा, धूम्रपान, आ प्रोसेस्ड फूड के अधिक सेवन बौवल कैंसर के खतरा बढ़ावत बा।
बौवल कैंसर से बचाव कैसे करीं?
संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, आ शराब आ धूम्रपान से दूर रह के बौवल कैंसर से बचा जा सकत बा।