कोलकाता के टोपसिया में भीषण आग के कहर
टोपसिया, कोलकाता में एक झुग्गी बस्ती में भीषण आग लग गइल, जेकरा से बासी लोगन में अफरातफरी मच गइल। स्थानीय लोगन के अनुसार, आग लगभग 30 मिनट पहिले शुरू भइल, जब अधिकारियन के सूचना मिलल। आग तेजी से चारों ओर फैली, लगभग 200 झोपड़ियन आ दुकानन के लपेट में ले लिहल। एक मोटा काला धुआं पूरा इलाका के ढक लेहल।
फायर टेंडर के पहुंच में देरी
आग लगला के बाद सहायता के लिए कई बार फोन कइल गइल, लेकिन फायर डिपार्टमेंट के गाड़ी लोगन के पास पहुँचले में देरी भइल। गवाह लोग बतवले कि आग के कारण कई बार धमाका सुनाई दिहल, जवन संभवतः घरन में रखल गैस सिलेंडर के फटला से भइल। गवाहन के अनुसार, आग “नियंत्रण से बाहर” हो गइल, आ लपट एक-एक करके झोपड़ियन के जला रहल।
पुलिस आ बचाव कार्य
प्रगति मैदान थाना के पुलिस के सूचना मिलते ही जल्दी से घटनास्थल पर पहुँच गइल। कुछ बच्चा लोग के आग में फँसला के रिपोर्ट सुनके उनकरा के बचावे के कोशिश कइल गइल। तेज हवा आ ज्वलनशील सामग्री के चलते अग्निशामक अभियान में बहुत कठिनाई भइल।
बस्ती के लोगन के करुणा
झुग्गी बस्ती के लोग, जे अब सब कुछ खो चुकल बाड़न, कराहत आ चिल्लात नजर आ रहल बाड़न। ओह लोगन के आरोप बा कि फायर डिपार्टमेंट के ऑफिस महज 100 मीटर दूर होखला के बावजूद उनकर प्रतिक्रिया में 30 से 45 मिनट लाग गइल। आग से प्रभावित लोग बतवले कि फायर इंजन सही उपकरण के बिना पहुंचल। स्थानीय लोगन के अनुसार, 200 से अधिक झोपड़ियाँ पूरी तरह से तबाह हो गइल बाड़ी, जवन कई परिवारन के बेघर कर दिहलस।
पिछला आग के घटनाक्रम
ई घटना हाल के समय में कोलकाता के कसबा क्षेत्र में अक्रोपोलिस मॉल में भइल दू गो आग के घटना के बाद भइल बा। एक महीना पहिले भी ओहिजा आग लगल रहे, जेकर शुरुआत चौथा मंजिल के फूड कोर्ट से भइल रहुवे, आ ई आग बासी लोगन आ आगंतुकन में दहशत पैदा कइलस।
निष्कर्ष
ई घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन आ फायर डिपार्टमेंट पर सवाल उठ रहल बा। लोगन के सुरक्षा आ सही समय पर सहायता ना मिले के चलते बड़हन नुकसान भइल। अब जरूरत बा कि प्रशासन उचित कदम उठाके अइसन घटना दोबारा ना होखे, आ बस्ती के लोगन के राहत पहुँचावे के व्यवस्था करीं।
FAQs
आग के कारण का रहल?
आग के कारण संभवतः गैस सिलेंडर के फटना आ ज्वलनशील सामग्री के मौजूदगी बा।
कितना झोपड़ियन के नुकसान भइल?
लगभग 200 झोपड़ियन आ दुकानन के नुकसान भइल बा।
फायर टेंडर के पहुंच में देरी काहे भइल?
फायर टेंडर के पहुँच में देरी के कारण हो सकेला कि रास्ता में भीड़ आ खराब संचार व्यवस्था होखे।
स्थानीय लोग का कहत बाड़न?
स्थानीय लोगन के कहना बा कि फायर डिपार्टमेंट के समय पर ना पहुँचला से उनकर बहुत नुकसान भइल बा।