डोनाल्ड ट्रंप के दोसर बार शपथ ग्रहण आ कार्यवाहियाँ
कल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दोसर बेर शपथ ग्रहण भइल। ऊ शपथ के बाद एक साथे 25 से अधिक कार्यकारी आदेश जारी कइलन, जवन कि अमेरिका के इतिहास में कवनो राष्ट्रपति के पहिला दिन पर सबसे अधिक बा। साथे ही, ऊ अपने पूर्ववर्ती राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा लागू कइल 78 कार्यकारी कार्रवाई के रद्द क देलन।
शपथ ग्रहण के माहौल
कवनो तरह से सोचा जा सकता रहल कि ट्रंप के शपथ ग्रहण कार्यक्रम बिसराइल हो जाई, काहे कि चुनाव के बाद से ऊ लगातार विवादास्पद बयान देत रहलन। लेकिन शपथ लेवे के बाद आ पारंपरिक भाषण देवे के बाद, कार्यक्रम के माहौल एकदम चुनावी रैली के तरह बन गइल। ऊ कैपिटल में एक दोसर भाषण दिहलन, जवन कि उत्तेजक भाषा आ झूठ के भरपूर रहल।
कार्यकारी आदेश आ उनके विशेषताएँ
ट्रंप के कई कार्यकारी आदेश एह अवसर खातिर खास कइल गइल लागल। एक आदेश में मैक्सिको की खाड़ी के नाम बदल के “अमेरिका के खाड़ी” रख दिहल गइल आ एक आदेश में अमेरिकी नागरिकन के सेंसरशिप पर रोक लगावल गइल, जवन कि पहले से ही अमेरिकी संविधान में गारंटी कइल गइल बा।
हकीकत में, ई सब आदेश आ कार्यक्रम के माहौल एक तरह से ऊ रैली के अनुभव के ताजा कइले। समर्थक लोगन के जोश आ उत्साह साफ-साफ देखल जा सकत रहल।
भोजपुरी समाज पर प्रभाव
भोजपुरी समाज में जवन स्थिति बा, ओह में ट्रंप के ई कार्यवाहियाँ आ बयानन के बड़ असर पड़ सकेला। लोगन के मन में सवाल उठत बा कि का ई सब कदम समाज में बिखराव आ अस्थिरता के बढ़ावा दे सकत बा? खासकर, जब बात सेंसरशिप आ सूचना के स्वतंत्रता के होखत बा, त ई सब मुद्दा भोजपुरिया जनमानस के बीच में चर्चा के विषय बनल बा।
निष्कर्ष
अंत में, ट्रंप के शपथ ग्रहण आ कार्यकारी आदेश सब एक नयका राजनीति के अध्याय शुरू करत बा। एह से ना केवल अमेरिका के राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव आ रहल बा, बलुक ई भोजपुरिया समाज पर भी गहरा प्रभाव डाल सकेला।
FAQs
ट्रंप के शपथ ग्रहण कब भइल?
ट्रंप के शपथ ग्रहण काल्ह भइल।
उ ऊ कौन-कौन आदेश जारी कइलन?
उ कुल 25 से अधिक कार्यकारी आदेश जारी कइलन।
खाड़ी के नाम का बदलल गइल?
मैक्सिको के खाड़ी के नाम बदल के “अमेरिका के खाड़ी” रखल गइल।
सेंसरशिप पर का नया आदेश बा?
एक आदेश में अमेरिकी नागरिकन के सेंसरशिप पर रोक लगावल गइल।
ई सब के भोजपुरी समाज पर का असर होई?
ई सब कार्रवाई आ बयान भोजपुरी समाज में चर्चा आ विचार के विषय बनेल।