अच्युत के शानदार प्रदर्शन
पेसर सी.वी. अच्युत, जवन की सिर्फ दुसरका सफेद गेंद वाला मैच खेलत रहलन, जम्मू आ कश्मीर के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी के चौथा राउंड में छह विकेट (छह विकेट 31 रन पर) लेके सब के चौंका दिहलन। ई प्रदर्शन तमिलनाडु के टूर्नामेंट के इतिहास में दुसरका सबसे बेहतरीन गेंदबाजी के आंकड़ा बनल। कप्तान साई किशोर के माने, अच्युत के अनुभवहीनता के बावजूद ओहने साबित कइलस की ऊ ई स्तर पर काबिल बाड़न।
सपना के पूरा होत देखलन अच्युत
अच्युत खुद कहत बाड़न कि ओहके टीम में नाम देखके चौंका गइलन। “ई अद्भुत रहल। ई हमार पहिला बार तमिलनाडु के सीनियर टीम खातिर खेलल। सफेद गेंद वाला टीम में रहना बड़ बात ह। काहे कि तमिलनाडु हमेशा से दमदार रहल। हमार सफेद गेंद वाला क्रिकेट में ज्यादा अनुभव ना रहल, त हमार शामिल होखे पर चौंक गइल।” ऊ फोन पर बतावत रहलन।
सीखलन अच्युत
अच्युत के कप्तान उनकर मेहनत आ सिखे के ललक के सराहलन। जब ऊ पुछल गइल कि अब तक कवन सीख मिलल, त ऊ कहलन, “हम महसूस कइनी की पहिले के क्रिकेट आ ई स्तर के क्रिकेट में फर्क बा। हर गेंद पर खेल में रहना जरूरी बा। एक गेंद पर भी ढिलाई ना होखे के चाहीं। एके तरह के तागत से खेलल जरूरी बा।”
बाउंसर में बड़का फायदा
साई किशोर अच्युत के “मजबूत आ खेल में तगड़ा बाउंसर वाला” बतावलन। अच्युत खुद भी मानत बाड़न कि उनकर बाउंसर खासकर प्रभावी रहल। “ई खेल में, हमार बाउंसर बहुत मददगार रहल। हम तीन विकेट बाउंसर से ले लेनी। बुचि बाबू (ऑल-इंडिया टुर्नामेंट) में भी ई काम कइल। हमार बाउंसर तेज बाउंस देला।”
निष्कर्ष
अच्युत के ई प्रदर्शन ना केवल उनकर खातिर, बल्कि तमिलनाडु क्रिकेट खातिर भी एक नया अध्याय के शुरुआत ह। ऊ साबित कइलन कि युवा खिलाड़ी के पास मौका मिलला पर ऊ कइसे चमक सकेला। क्रिकेट के दुनिया में अच्युत के नाम आगे बढ़त देखल जाई।
FAQs
अच्युत के बाउंसर कइसे काम कइल?
अच्युत के बाउंसर तेज आ प्रभावी रहल, जवन की ऊ तीन विकेट लेवे में सफल भइल।
अच्युत के क्रिकेट क सफर कइसन रहल?
अच्युत के सफर अबहीं शुरू भइल बा। ऊ पहिला बार तमिलनाडु सीनियर टीम में खेलत बाड़न।
कप्तान साई किशोर अच्युत के कइसे देखेलें?
साई किशोर अच्युत के मेहनती आ सिखे के ललक वाला खिलाड़ी मानत बाड़न।
विजय हजारे ट्रॉफी में अच्युत के प्रदर्शन कइसन रहल?
अच्युत के प्रदर्शन बहुत शानदार रहल, जहाँ ऊ छह विकेट लेके सबके चौंका दिहलन।