तेलंगाना मुख्यमंत्री रवंथ रेड्डी के सख्त निर्देश
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रवंथ रेड्डी नें अधिकारी लोगन के निर्देश दिहलन कि राज्य के कृष्णा आ गोदावरी नदी के पानी के सही हिस्सा सुरक्षित करे खातिर ठोस कदम उठावल जाव। उ ई बात एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में कइलन, जहाँ सिंचाई अधिकारी आ कानूनी विशेषज्ञ मौजूद रहले।
ट्रिब्यूनल के सामने तेलंगाना के मामला
मुख्यमंत्री रवंथ रेड्डी नें जोर दिहलन कि तेलंगाना के मामला ब्रिजेश कुमार ट्रिब्यूनल के सामने पेश करे खातिर बारीकी से तैयारी करे के जरूरत बा। ई ट्रिब्यूनल तेलंगाना आ आंध्र प्रदेश के बीच पानी के आवंटन के निर्धारण खातिर जिम्मेदार बा। उ अधिकारी लोगन के निर्देश दिहलन कि सब जरूरी दस्तावेज, पुरान फैसला आ विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) एकठा कइल जाव ताकि एक मजबूत तर्क तैयार कइल जा सके।
नदियन के पानी के बंटवारा आ अंतरराष्ट्रीय सिद्धांत
मुख्यमंत्री नें अंतरराष्ट्रीय पानी-बाँट के सिद्धांत पर जोर दिहलन। उ कहलन कि कृष्णा बेसिन के 70% हिस्सा तेलंगाना में बा, लेकिन आंध्र प्रदेश एकरा से बेजा फायदा उठा रहल बा। “तेलंगाना के उचित हिस्सा मिलल चाहीं, जे 1005 टीएमसी में से 70% होखे,” रवंथ रेड्डी कहलन।
गोदावरी नदी के पानी के उपयोग
रवंथ रेड्डी नें ई बात पर भी ध्यान दिहलन कि आंध्र प्रदेश 80 टीएमसी गोदावरी पानी के कृष्णा डेल्टा खातिर पोलावरम परियोजना के माध्यम से उपयोग कर रहल बा। उ कहलन कि तेलंगाना के 45 टीएमसी के हकदार होखे के चाहीं। उ निर्देश दिहलन कि ई आवंटन उपरी परियोजनन के माध्यम से इस्तेमाल कइल जाव।
जल प्रबंधन बोर्ड के निर्णय पर सवाल
मुख्यमंत्री नें कृष्णा आ गोदावरी नदी प्रबंधन बोर्ड (केआरएमबी आ जीआरएमबी) के निर्णयन पर सवाल उठावलन। उ सुझाव दिहलन कि ई मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में उठावल जाव आ जब तक पानी के आवंटन फाइनल ना हो जाए, तब तक बोर्ड के हस्तक्षेप पर रोक लगावल जाव।
पानी के प्रवाह पर निगरानी
बैठक में अधिकारी लोगन नें आंध्र प्रदेश द्वारा अधिक कृष्णा पानी के मोड़ल जाए के चिंता जतावलन। रवंथ रेड्डी नें वास्तविक समय में पानी के प्रवाह के निगरानी खातिर टेलीमेट्री सिस्टम के योजना पर चर्चा कइलन, जेकरा पर लगभग 12 करोड़ के खर्चा आइल बा। तेलंगाना शुरूआती खर्चा उठावे के तयारी में बा, जबकि आंध्र प्रदेश से बाद में रिफंड करा के लेवे के कोशिश होई।
मुख्य सिंचाई परियोजनन के समीक्षा
रवंथ रेड्डी नें प्रमुख सिंचाई परियोजनन जइसे कि श्रीसैलम, पोटिरेड्डीपाडु, तेलुगु गंगा आ हैंड्री-नीवा के समीक्षा कइलन। उ अधिकारी लोगन के निर्देश दिहलन कि पानी के उपयोग के सही से गिनती कइल जाव आ कवनो दुरुपयोग रोके के चाहीं। उ सीताराम आ सामक्का बैराज परियोजनन के जल्दी मंजूरी दिहलन ताकि तेलंगाना के कमान क्षेत्रन खातिर सिंचाई सुनिश्चित कइल जा सके।
राज्य के पानी के बंटवारा के नुकसान के रिपोर्ट
मुख्यमंत्री नें अधिकारी लोगन के निर्देश दिहलन कि राज्य के गठन के बाद से पानी के आवंटन में भइल नुकसान के एक समग्र रिपोर्ट तैयार कइल जाव। ई रिपोर्ट ट्रिब्यूनल आ अन्य मंचन पर तर्क के आधार बनेगा।
बैठक में उपस्थित लोग
ई बैठक में मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी, कानूनी सलाहकार आ वरिष्ठ अधिकारी लोग शामिल रहलें, जिनमें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव शेषाद्री आ सिंचाई विभाग के प्रधान सचिव राहुल बोज्जा शामिल रहलें।
FAQs
मुख्यमंत्री रवंथ रेड्डी का कवन बात पर जोर दिहलन?
मुख्यमंत्री रवंथ रेड्डी राज्य के पानी के सही हिस्सा खातिर ठोस कदम उठावे के बात पर जोर दिहलन।
कृष्णा नदी आ गोदावरी नदी के पानी के बंटवारा के मामला कवन tribunal देखता?
ई मामला ब्रिजेश कुमार ट्रिब्यूनल द्वारा देखल जाला।
तेलंगाना के कृष्णा नदी के पानी में कवन हिस्सा मिलल चाही?
तेलंगाना के कृष्णा पानी में 70% हिस्सा मिलल चाही।
कवन परियोजना से आंध्र प्रदेश गोदावरी के पानी के उपयोग कर रहल बा?
आंध्र प्रदेश पोलावरम परियोजना के माध्यम से गोदावरी के पानी के उपयोग कर रहल बा।