गुवाहाटी से दिहल न्यूज़: विजय दिवस के 53वां समारोह
गुवाहाटी: नागालैंड के जाखमा मिलिटरी स्टेशन पर सोमवार के 53वां विजय दिवस के समारोह मनावल गइल। एह समारोह के अध्यक्षता गवर्नर ला गणेशन कइलन।
सैन्य बलन के समर्पण के सम्मान
गवर्नर ला गणेशन संपूर्ण समारोह में भारतीय सेना के वीरता आ बलिदान के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित कइलन। उ 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में सेनानियन के अद्भुत साहस के सराहलन। एह युद्ध में भारतीय सेना के अद्वितीय भूमिका के चलते भारत के विजय मिलल, जेकरा के आज भी याद कइल जाला।
गवर्नर के संदेश
गवर्नर कहले कि विजय दिवस हमनी के एह बात के याद दिलावेला कि कइसन संघर्ष आ बलिदान के जरिये एक स्वतंत्र आ मजबूत देश के निर्माण भइल। उ कहले कि सैनिकन के साहस आ समर्पण हमेशा प्रेरणा देवे वाला रही।
भोजपुरी संस्कृति आ सेना
हमार भोजपुरिया संस्कृति में सेना के प्रति असीम सम्मान बा। भोजपुरिया लोग हमेशा अपने वीर बलिदानियन के याद रखे ला। जइसे की पुरान कहानियन में पावल जाला, सैनिक न केवल देश के रक्षक होलें, बल्कि ओहनी के साहस आ बलिदान हमनी के समाज के एकजुटता के प्रतीक भी बा।
समारोह के आयोजन
एह समारोह में विभिन्न कार्यक्रम आ सांस्कृतिक प्रस्तुति भी भईल। युवा आ बच्चा लोगन के बीच में देशभक्ति के भावना जगावे खातिर कई गतिविधियन के आयोजन कइल गइल।
FAQs
1. विजय दिवस के कब मनावल जाला?
विजय दिवस हर बरिस 16 दिसंबर के मनावल जाला।
2. 1971 के युद्ध में कवन-कवन देश शामिल रहल?
1971 के युद्ध में मुख्य रूप से भारत आ पाकिस्तान शामिल रहल।
3. ई समारोह के महत्व का बा?
ई समारोह सैनिकन के बलिदान के याद दिलावे आ देशभक्ति के भावना जगावे खातिर महत्वपूर्ण बा।
4. गवर्नर के संदेश का रहल?
गवर्नर के संदेश रहल कि सैन्य बलन के साहस आ समर्पण के हमेशा सम्मान कइल जाव।
एह तरह से, विजय दिवस के समारोह ना केवल आज के दिन के याद दिलावेला, बल्कि हमनी के एकजुट होके अपने देश के रक्षा करे के संकल्पो दिलावेला।