पुणे में गुइलैन-बार्रे सिंड्रोम के संदेहास्पद मामला बढ़ल
पुणे में गुइलैन-बार्रे सिंड्रोम (GBS) के संदेहास्पद मामला 111 तक पहुँच गइल बा, आ एक मौत के खबर भी मिलल बा, ई बात स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा बतावल गइल। पुणे नगर निगम (PMC) प्रभावित क्षेत्रन के रहिवासियन से कहले बा कि पीये आ खाना बनावे खातिर इस्तेमाल होखेवाला पानी उबाल के पियs।
संख्यात्मक जानकारी
डॉ. बबिता कमलापुरकर, महाराष्ट्र के महामारी विज्ञान विभाग के संयुक्त निदेशक, ई आंकड़ा के पुष्टि कइलीं। 111 संदेहास्पद मामला में से 31 के पुष्टि कइल गइल बा। मामला के वितरण कुछ ए तरह बा:
– 20 मरीज पुणे नगर निगम (PMC) के सीमा से
– 66 मरीज नया जोड़ील गाँव में
– 12 मरीज पिंपरी-चिंचवाड़ नगर निगम (PCMC) से
– 5 मरीज पुणे ग्रामीण क्षेत्र से
– 8 मरीज दुसर जिला से
कुल मामलों में से 77 पुरुष आ 34 महिला बाड़ी। तेरह मरीज अभी वेंटिलेटर पर बाड़न।
गुइलैन-बार्रे सिंड्रोम: बचाव के उपाय
राज्य के स्वास्थ्य अधिकारी लोग से निवेदन कइले बाड़ी कि लोग सावधानी बरतें लेकिन घबराएं ना। जवन लोग के लक्षण दिखे, ऊ लोग तुरंत सरकारी अस्पताल में इलाज करवावे। अधिकारी लोग कुछ बचाव के निर्देश जारी कइले बाड़ी:
– अच्छा पानी के गुणवत्ता सुनिश्चित करीं – खाली उबला पानी पियs।
– भोजन के स्वच्छता बनवलीं – ताजा आ सही से पका भोजन खाईं; बासी भोजन से बाचल जाव।
– अधपका मांस से बाचल जाव – आधा पका मांस, चिकन, मटन, पोल्ट्री आ डेयरी उत्पाद से परहेज करीं।
गुइलैन-बार्रे सिंड्रोम: सरकार के प्रतिक्रिया
राज्य स्तर पर तात्कालिक प्रतिक्रिया टीम प्रभावित क्षेत्रन में गईल बाड़ी, आ पुणे के सिविक प्राधिकरण निगरानी गतिविधि में तेजी लवले बाड़ी। जाँच के हिस्सा के रूप में 57 मल के नमूना राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (NIV), पुणे में भेजल गइल, जवना में से 17 नोरवायरस आ 5 कैंपिलोबैक्टर के लिए सकारात्मक पावल गइल। साथ ही, 76 रक्त के नमूना NIV में भेजल गइल, सबके जिका, डेंगू आ चिकुनगुनिया से नकारात्मक पावल गइल।
पानी के गुणवत्ता के आकलन खातिर 110 नमूना विभिन्न हिस्सा से रासायनिक आ जैविक विश्लेषण खातिर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला में भेजल गइल, जहाँ आठ पानी के स्रोत प्रदूषित पावल गइल।
निगरानी के कोशिश तेज हो गइल बा, 45,052 घरन में दरवाजा से दरवाजा जांच कइल गइल, जेकरा में 23,035 पुणे MC, 5,896 PCMC आ 9,121 पुणे ग्रामीण क्षेत्र के शामिल कइल गइल। निजी चिकित्सक लोग के निर्देश दिहल गइल बा कि ऊ लोग तुरंत केहू संदेहास्पद GBS मामला के स्थानीय सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के रिपोर्ट करीं।
हालांकि, ई प्रकोप के चलते चिंता बढ़ल बा, स्वास्थ्य अधिकारी लोग नागरिकन से कहले बाड़ी कि घबराए के जरूरत नइखे काहे कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग बचाव आ नियंत्रण उपाय लागू करे के तैयार बा।
FAQs
गुइलैन-बार्रे सिंड्रोम का होला?
गुइलैन-बार्रे सिंड्रोम एक दुर्लभ तंत्रिका विकार हवे, जहाँ शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही तंत्रिकाओं पर हमला करेला।
लक्षण का होत बा?
लक्षण में कमजोरी, सुन्नता, आ चलल-फिरल में कठिनाई शामिल बा।
बचाव के तरीका का हवे?
उबला पानी पियs, ताजा आ सही से पका खाना खाईं, आ अधपका मांस से बाचल जाव।
कवनो लक्षण देखे पर का करीं?
लक्षण देखे पर तुरंत सरकारी अस्पताल में जाके इलाज करवावल जाव।