टॉम के आध्यात्मिक यात्रा: एक अमेरिकी सपूत के ‘महामंडलेश्वर’ बनल कहानी
अमेरिका के सपूत के नया नाम
पूर्व के एक प्रमुख अमेरिकी सेना कमांडर के बेटा, जेकर नाम टॉम ह, ऊ अब ‘व्यासनंद गिरी’ के नाम से जानल जाला। ऊ उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के समय ‘अखाड़ा’ में शामिल हो गइलन। टॉम, जेकरा पास IT क्षेत्र में बढ़िया नौकरी रहल, ऊ अपने आध्यात्मिकता के खींचाव से सब कुछ छोड़के नया रास्ता चुने के फैसला कइलन।
साधना आ संन्यास के राह
व्यासनंद गिरी के आध्यात्मिक यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए, निरंजनी अखाड़ा के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी कहले, “टॉम IT सेक्टर में काम करत रहलन। कुछ समय बाद, ऊ आध्यात्मिकता के खींचाव से प्रभावित होके हिंदू धर्म के अपनावे के सोचलन। फिर ऊ संन्यास लेलन। ऊ योग आ ध्यान कइलन, हिंदू धर्म आ सनातन संस्कृति पर बहुत रिसर्च कइलन, आ रिषिकेश के कई बार आके हमसे भेंट कइलन।”
महामंडलेश्वर के पद के मापदंड
महंत रविंद्र पुरी बतवले कि ‘महामंडलेश्वर’ के पद पर नियुक्ति के मापदंड का ह। उ कहले, “ई ओह लोगन के बतावेला जे जागृत आत्मा बन चुकल बाड़न, जवन ध्यान, योग में निपुण हो चुकल बाड़न आ जिनका इंद्रियन के नियंत्रण आ गइल बा। ई पद के मतलब ह कि एक हिंदू धर्म के पुजारी के रूप में, ऊ अपना जीवन के बलिदान भी कर सकेला सनातन धर्म के रक्षा खातिर। जब हम देखनी कि टॉम एह आध्यात्मिक यात्रा के लिए तैयार बाड़न, त हम उनका के शामिल कइल।”
विदेशी आ आध्यात्मिकता के खींचाव
महंत रविंद्र पुरी बतवले कि कई विदेशी, चाहे ऊ अलग-अलग धर्म के होखसु, सनातनी दृष्टिकोण के प्रति खींचल जात बाड़न। ऊ कहले, “हमनी के कई विदेशी लोगन के देखनी, जे ध्यान में खो जालें। टॉम के ध्यान में बहुत शक्ति आ धैर्य मिलल। ऊ अपना विश्वास में बहुत दृढ़ बाड़न।”
हिंदू धर्म के प्रति आकर्षण
पिछला 2019 के कुंभ के बाद निरंजनी अखाड़ा में 30 से अधिक ‘महामंडलेश्वर’ बनवले बाड़न। महंत पुरी कहले कि टॉम के अलावा, अउरी पांच-छह विदेशी भी बाड़न, जे अमेरिका, मलेशिया आ स्कैंडिनेविया के ह। ऊ बतवले कि 100 से अधिक मुसलमान भी उनकरा से संपर्क कइले बाड़न आ हिंदू धर्म के अपनावे के इच्छा जतवले बाड़न।
संस्कृति आ आध्यात्मिकता के संगम
महंत पुरी बतवले कि कई लोग, चाहे ऊ किसी भी धर्म के होखसु, जब हिंदू धर्म के अपनावेलन त ऊ अपना जड़न के ओर लौटे के एहसास करेलन। ऊ कहले, “ई देखे के बा कि ई आकर्षण सच्चा बा कि अस्थायी। हमनी के ए लोगन के धैर्य के परखल चाही।”
FAQs
1. व्यासनंद गिरी के कौन ह?
व्यासनंद गिरी, टॉम ह, जे एक पूर्व अमेरिकी सेना कमांडर के बेटा बाड़न आ ऊ हिंदू धर्म के अपनावे के बाद ‘महामंडलेश्वर’ बनल बाड़न।
2. महामंडलेश्वर बने के मापदंड का ह?
महामंडलेश्वर बने खातिर व्यक्ति के जागृत आत्मा, ध्यान आ योग में निपुण होखल जरूरी बा।
3. का विदेशी लोगन के हिंदू धर्म अपनावे में कठिनाई होला?
नहीं, कई विदेशी लोगन के ध्यान आ आध्यात्मिकता में गहराई से जुड़ाव बा, आ ऊ लोग आसानिये से हिंदू धर्म के अपनावत बाड़न।
4. महंत रविंद्र पुरी के का कहना बा?
महंत रविंद्र पुरी कहले बाड़न कि कई विदेशी लोगन के ध्यान में खोवे के क्षमता बा, आ ऊ लोग भारतीय लोगन से बेहतर ध्यान कर पावत बाड़न।