रविचंद्रन अश्विन के रिटायरमेंट पर चर्चा
रविचंद्रन अश्विन के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायरमेंट के खबर सुनके क्रिकेट जगत में हड़कंप मच गइल बावे। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ब्रैड हेडिन के अनुसार, ई रिटायरमेंट अश्विन के उहां के स्पिन-बॉलिंग में लगातार हो रहल बदलाव के चलते हो सकेला।
हेडिन के बयान
हेडिन के बात के बुनियाद पर, अश्विन के अंतिम टेस्ट मैच एडिलेड में पिंक-बॉल टेस्ट के दौरान भइल रहे, जवन के बाद उहां के तिसरका टेस्ट में रविंद्र जडेजा द्वारा बदल दिहल गइल। हेडिन कहले कि अश्विन के रिटायरमेंट के पीछे के कारण उहां के मन में हो रहल असंतोष हो सकेला।
हेडिन कहले, “अश्विन जब अपने रिटायरमेंट के बारे में बात करी, त निश्चित रूप से और जानकारी सामने आई।” उहां के अनुसार, अश्विन के मन में बड़ बदलाव आ स्पिनर के पोजीशन में बदलाव के चलते असंतोष हो सकेला।
ब्रेट ली के विचार
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली भी ई मुद्दा पर अपने राय रखले। उहां के कहले कि 2013-14 के एशेज में ग्रेम स्वान के बीच में रिटायरमेंट के मामला अश्विन के स्थिति से मिलत-जुलत हो सकेला।
ब्रेट ली कहले, “जैसे ग्रेम स्वान के ई बतावल गइल कि उहां आगे के मैच में ना खेली, ऊ भी अपने तरीके से रिटायरमेंट ले लिहलन।” ई बात से ई साफ हो जाला कि अश्विन के भी कुछ ऐसा ही अनुभव भइल हो सकेला।
अश्विन के करियर के झलक
रविचंद्रन अश्विन भारतीय क्रिकेट के एक महत्वपूर्ण स्तंभ रहलन। उहां के टेस्ट करियर में 106 मैच में 537 विकेट लेके, भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज बनलन। ऊ केवल अनिल कुंबले से पीछे बाड़न, जिनके पास 619 विकेट बाड़न।
अश्विन के रिटायरमेंट से भारतीय क्रिकेट में एगो बड़ा बदलाव आइल बा, आ उहां के योगदान हमेशा याद कइल जाई।
FAQs
अश्विन के रिटायरमेंट के कारण का हवे?
अश्विन के रिटायरमेंट के कारण उहां के स्पिन-बॉलिंग में लगातार बदलाव आ उहां के असंतोष बतावल गइल बा।
अश्विन के टेस्ट करियर के रिकॉर्ड का हवे?
अश्विन के टेस्ट करियर में 106 मैच में 537 विकेट बा, जवन उहां के भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज बनावे ला।
हेडिन आ ली के टिप्पणी का बारे में का कहल गइल?
हेडिन आ ली दुनो के अनुसार, अश्विन के रिटायरमेंट के पीछे उहां के स्थिति आ मनोभावना के कारण हो सकेला।
अश्विन के रिटायरमेंट से भारतीय क्रिकेट पर गहरा असर पड़ी, आ ई समय के साथ साफ हो जाई कि उहां के योगदान कइसन रहल।