अमेरिका में ट्रंप के खतरा आ बिडेन के कदम
हाल के खबरन के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन आ उनकर स्टाफ, डोनाल्ड ट्रंप के आने वाली सरकार के खिलाफ कुछ व्यक्तियन के खातिर प्रिवेंटिव ग्रेस (पूर्व-नियोजित माफी) के विचार कर रहल बाड़न। ई कदम ट्रंप आ उनकर सहयोगियन के ओर से राजनीतिक विरोधियन के खिलाफ कार्रवाई के धमकी से चिंतित होके उठावल गइल बाड़े। ई जानकारी न्यू यॉर्क टाइम्स आ वाशिंगटन पोस्ट में छपल बा।
कौन लोग हो सकेला ग्रेस के पात्र?
जिन्हन पर ई ग्रेस लागू हो सकेला, उनमे प्रमुख नाम शामिल बाड़न:
- पूर्व चिकित्सा सलाहकार एंथनी फौसी
- सेनियर जनरल मार्क मिले, जे ट्रंप के “फासीवादी” कहले बाड़न
- सेनेटर एडम शिफ, जे ट्रंप के खिलाफ पहिला महाभियोग प्रक्रिया के नेतृत्व कइले बाड़न
- पूर्व कांग्रेस सदस्य लिज चेनी, जे ट्रंप के मुखर आलोचक बाड़ी
हालाँकि, ई साफ नइखे कि ई लोग खुद ग्रेस के चाही या ना। लिज चेनी आ फौसी के ओर से टिप्पणी के कोई जवाब ना मिलल। शिफ कहले बाड़न कि ऊ नहीं सोचत बाड़न कि सामान्य ग्रेस एक अच्छा विचार होई। ऊ बाइडेन से आग्रह कइले बाड़न कि ए तरह के कदम ना उठावल जाव।
बाइडेन के स्टाफ के चिंता
बाइडेन के उच्च स्तरीय स्टाफ अब ट्रंप के द्वारा चुने गइल महत्वपूर्ण कानून प्रवर्तन पद के बारे में चिंतित बाड़न। खासकर, काश पटेल, जे ट्रंप के FBI निदेशक के रूप में पसंदीदा बाड़न, ऊ अपने विरोधियन आ आलोचकन के खिलाफ प्रतिशोध पर जोर देले बाड़न। ई जानकारी वाशिंगटन पोस्ट में छपल बा।
ई चर्चा, जे पहिले पॉलिटिको द्वारा रिपोर्ट कइल गइल, के पुष्टि कइले बाड़न दू गो लोग जे मामला के बारे में जानकार बाड़न लेकिन उनकर पहचान बतावे से मना कइले बाड़न।
निष्कर्ष
अमेरिका के राजनीतिक माहौल में ट्रंप के वापसी के संभावना आ उनकर विरोधियन के खिलाफ कार्रवाई के खतरा बिडेन के सरकार के चुनौती बन गइल बा। ए स्थिति में ग्रेस के विचार एक महत्वपूर्ण कदम हो सकेला, लेकिन ई देखल जरूरी होई कि ई कदम कइसे आ किसके पर लागू होई।
FAQs
1. ट्रंप के खतरा का बा?
ट्रंप के वापसी के बाद राजनीतिक विरोधियन के खिलाफ कार्रवाई के धमकी बा।
2. ग्रेस का होला?
ग्रेस मतलब पूर्व-नियोजित माफी, जेकरा तहत कुछ लोगन के कानूनी कार्रवाई से बचावल जाई।
3. एंथनी फौसी काहे चर्चा में बाड़न?
फौसी ट्रंप के आलोचक बाड़न आ उनकर माफी के संभावना पर चर्चा चल रहल बा।
4. बाइडेन के स्टाफ काहे चिंतित बाड़न?
ट्रंप के द्वारा चुनल कानून प्रवर्तन पद के लोगन के बारे में चिंता बा, जे विरोधियन के खिलाफ कार्रवाई कर सकीला।