तेल के दाम बढ़त बाड़न
तेल के दाम 80 डॉलर प्रति बैरल के पार हो गइल बा, जइसे व्यापारियन एक रिपोर्ट के समुझल कि भारतीय तेल प्रोसेसर अमेरिका के नयका प्रतिबंध के खातिर तैयार हो रहल बाड़न, जवन रूस से तेल के प्रवाह पर असर डाले वाला बा।
ब्रेंट फ्यूचर्स लंदन में 80.54 डॉलर तक पहुंच गइल, जवन अक्टूबर के बाद से सबसे ऊँच कीमत बा। अमेरिका के ई प्रतिबंध 180 से अधिक टैंकरन पर लक्षित होई, जे रूस के तेल ले जाइल जाला, साथ ही देश में समुद्री बीमा प्रदाता पर भी असर डाली।
प्रतिबंध के असर
ई नयका प्रतिबंधन से भारतीय तेल प्रोसेसरन के कामकाज पर बड़ा असर पड़े के संभावना बा। रूस से तेल के प्रवाह पर रोक लागल, त भारत के तेल बाजार में उथल-पुथल हो सकेला। एसे तेल के दाम में अउरी बढ़ोतरी के आसार बन सकत बाड़न।
साझा करे के मौका
जइसे-जइसे तेल के दाम बढ़त जाला, ओहसे लोगन के चिंता बढ़ रहल बा। लोग इ सोचत बाड़न कि ई दाम के बढ़ोतरी के असर उनकर रोजमर्रा के जीवन पर कइसे पड़ी।
भविष्य के संभावना
आगे के दिनन में ई देखल जाई कि अमेरिका के ई प्रतिबंध भारत के तेल बाजार के कइसन प्रभावित करेला। क्या भारत नयका स्रोत खोजी या फिर रूस से विदेशी संबंध में कोई बदलाव आई, ई समय बताई।
FAQs
1. तेल के दाम काहे बढ़ल?
तेल के दाम अमेरिका के नयका प्रतिबंधन के चलते बढ़ल बा, जवन रूस से तेल के प्रवाह पर असर डाली।
2. ई प्रतिबंध भारत के कइसन प्रभावित करी?
ई प्रतिबंध भारत के तेल प्रोसेसरन के कामकाज पर असर डाली, जवन तेल के दाम में बढ़ोतरी के कारण बन सकी।
3. भविष्य में तेल के दाम कइसन हो सकेला?
भविष्य में तेल के दाम के बढ़ोतरी के संभावना बा, खासकर अगर रूस से तेल के प्रवाह में कमी आई।