फिजी में आदिवासी भाषा के संरक्षण पर चर्चा
फिजी के महान चीतावनी परिषद (Great Council of Chiefs) पिछला महीना एक महत्वपूर्ण बैठक में जुटल रहली, जहाँ उनकर चर्चा के मुख्य बिंदु आदिवासी भाषा के अंतर्राष्ट्रीय दशक के चारो ओर घूमत रहल। ई बैठक में iTaukei आ Rotuman भाषा के पुनर्जीवित करे के उद्देश्य पर जोर दिहल गइल।
भाषा के गिरावट पर चिंता
iTaukei मामला मंत्री, इरेरेमी वासु, बतवले कि iTaukei आ Rotuman भाषा के घटत प्रयोग पर तुरंत कार्रवाई के जरूरत बा। ऊ कहले कि ई पहल बहुत जरूरी बा, खास करके युवा पीढ़ी में आदिवासी भाषा के उपयोग में कमी के चलते।
“हमार भाषा के उपयोग काफी समय से घटत जात बा आ ई बात आजकल के युवा लोग में साफ-साफ देखल जा रहल बा। जवन सर्वेक्षण हमनी के गाँव में कइल गइल, ऊ भी ई सचाई के पुष्टि करत बा,” वासु कहले।
संविधान आ सहयोग के जरुरत
महान चीतावनी परिषद अंतर्राष्ट्रीय दशक पर जोर दिहल आ ई चुनौती के मिल के समाधान करे के आवश्यकता बतवल। वासु के अनुसार, ई बात बहुत जरूरी बा कि हमनी एक संग मिल के आदिवासी भाषा के संरक्षण आ पुनर्जीवित करे के प्रयास करीं।
ई बैठक में, परिषद के सदस्यन के विचार आ सुझाव पर विचार कइल गइल, ताकि युवा पीढ़ी में आदिवासी भाषा के प्रति जागरूकता बढ़ावल जा सके।
भाषा के महत्व आ सांस्कृतिक धरोहर
भाषा केवल संवाद के साधन ना ह, बल्कि ई एक संस्कृति के पहचान आ धरोहर भी ह। फिजी में iTaukei आ Rotuman भाषा के संरक्षण से ना केवल भाषा के बचावल जाई, बल्कि ई फिजी के सांस्कृतिक विविधता के भी बढ़ावा मिली।
गाँव के सर्वेक्षण के परिणाम से पता चलल कि युवा लोग अब अधिकतर अंग्रेजी भाषा के प्रयोग कर रहल बा। एह बदलाव के कारण, आदिवासी भाषा के महत्व के समझावल आ ओकरा के अपनावल जरूरी हो गइल बा।
आगे के योजना
वासु के अनुसार, आगे के योजना में स्कूल आ सामुदायिक कार्यक्रमन के माध्यम से आदिवासी भाषा के बढ़ावा दिहल जाई। ई प्रयास से युवा पीढ़ी में भाषा के प्रति रुचि जागृत होई आ ओह लोग के अपन संस्कृति आ पहचान के प्रति गर्व महसूस होई।
FAQs
काहे आदिवासी भाषा के संरक्षण जरूरी बा?
आदिवासी भाषा के संरक्षण से ना केवल भाषा बची, बल्की संस्कृति आ पहचान के भी रक्षा होत बा।
कइसे युवा लोगन के आदिवासी भाषा सिखावल जाई?
स्कूल आ सामुदायिक कार्यक्रम के माध्यम से युवा लोगन के आदिवासी भाषा सिखावल जाई।
ई पहल कब शुरू होई?
ई पहल जल्दी ही शुरू होखे के योजना बा, जवन शिक्षा आ जागरूकता के कार्यक्रम के माध्यम से लागू कइल जाई।
कौन भाषा पर ध्यान दिहल जाई?
iTaukei आ Rotuman भाषा के पुनर्जीवित करे पर खास ध्यान दिहल जाई।
ई सब प्रयास के माध्यम से हमनी के फिजी के सांस्कृतिक धरोहर के बचावल आ आदिवासी भाषा के पुनर्जीवित करे में सहयोग मिल सकेला।