कृष्णा के प्रति जागरूकता के महत्व
प्रभुपाद जी कहलन, “तू लोगन के कृष्णा के प्रति जागरूकता में गंभीरता से लागल रहके चाही।” उनकर ई बात हमनी के एकदम साफ-साफ बतावत बा कि हमनी के हमेशा सजग आ सचेत रहके चाही। ओहिजा उनकर ई भी कहना बा कि “हमरा के सोचे के ना चाही कि हम बीमारी से बिलकुल मुक्त बानी।” एह से ई बात साफ हो जाला कि मनुष्य के हमेशा अपनी स्थिति के बारे में सजग रहना जरूरी बा।
संवेदनात्मक वस्तु के प्रति आकर्षण से बचल जाव
हमनी के एह बात के ध्यान में रखे के चाही कि हमनी के हमेशा ई ना सोचल चाही कि हम मुक्त बानी। अगर हम एह सोच में आ जाईल त हमनी के अपने मन के लहरन के प्रभाव में आके संवेदनात्मक वस्तु के ओर आकर्षित हो जाईब। एह से हमेशा विनम्र रहके आ ई सोच के संजोके रखे के चाही कि “हम मुक्त नइखीं, एही से हम कोनो बात में लापरवाह ना हो सकेनी।”
जीवन के मूल्य आ मृत्यु के समय के तैयारी
संसार में हमनी के एक निश्चित समय दिहल गइल बा। जब ई समय खत्म हो जाई, त हमनी के ओकरा के समझे के आ अपने आप के तैयार करे के चाही। शुकदेव गोस्वामी के ई कहले बानी – “तू लोगन के मृत्यु के समय भगवान के याद करे के तइयार रहके चाही।” एह खातिर, जीवन भर हमनी के हर हालात में कृष्णा के याद करे के अभ्यास करे के चाही।
कृष्णा के प्रति आकर्षण के विकास
हमनी के चाही कि हमनी के कृष्णा के प्रति एक उच्चतर स्वाद विकसित करीं। हमनी के मूर्तियन के प्रति आकर्षित होखल चाही, आ संसार के संवेदनात्मक रूपन से दूर रहे के चाही। ई बात बहुत महत्वपूर्ण बा काहे कि जब हमनी के मृत्यु के समय आए, त हमनी के कृष्णा के नाम आ स्वरूप के ओर ध्यान केंद्रित करे के चाही।
संवेदनात्मक दुनिया के चुनौती
संसार में संवेदनात्मक वस्तु के बहुतायत बा। लेकिन हमनी के ई समझके चलल चाही कि कृष्णा के प्रति जागरूकता आ उनकर नाम में ही सच्ची शांति आ मुक्ति के राह छुपल बा। जब हमनी के ई बात के अपनाइब, त हमनी के जीवन में सच्चा सुख आ शांति मिले।
FAQs
कृष्णा के प्रति जागरूकता का मतलब का होला?
कृष्णा के प्रति जागरूकता के मतलब बा कि हमनी के हर समय कृष्णा के याद करे आ उनकर भक्ति में लागल रहना।
कईसे हम कृष्णा के प्रति आकर्षित हो सकीला?
हमनी के कृष्णा के नाम के जाप करे, भक्ति के अभ्यास करे आ भगवान के मूर्तियन के सेवा करके कृष्णा के प्रति आकर्षित हो सकीला।
मृत्यु के समय भगवान के याद कइसे करीं?
मृत्यु के समय भगवान के याद करे खातिर, हमनी के जीवन भर कृष्णा के भक्ति में लागल रहना आ याद करे के अभ्यास करे के चाही।