मनमोहन सिंह के अंतिम यात्रा आ अंतिम संस्कार
मनमोहन सिंह, जे भारत के पहिलका सिख प्रधानमंत्री रहलन, के अंतिम यात्रा आजु कांग्रेस मुख्यालय से सुबह 9.30 बजे शुरू होई। उनका के अंतिम संस्कार लगभग 11.45 बजे कइल जाई। ई समय भारत के राजनीतिक इतिहास में एक दुखद पल बा, जहाँ एक महान नेता के विदाई दीहल जाई।
स्मारक निर्माण के मंजूरी
केंद्र सरकार, एक रात के बाद, मनमोहन सिंह के स्मारक खातिर जगह निर्धारित कइल। ई फैसला कांग्रेस पार्टी आ सरकार के बीच चल रहल वाक्ययुद्ध के बाद आयल। कांग्रेस नेता जयराम रमेश कहले कि केंद्र के पहिले अलग जगह ना देवे के फैसला मनमोहन सिंह के प्रति “जानबूझ के अपमान” ह।
आखिरी विदाई के समय में नेताओं के श्रद्धांजलि
मनमोहन सिंह के अंतिम यात्रा में अनेक नेता शामिल भईलन। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आ गांधी परिवार के सदस्य सभे अपना श्रद्धांजलि अर्पित कइलन। ई सबके जुटान इहे बतावत बा कि उनका के कइसे मानल जाला आ कइसे उनका योगदान के सराहल जाला।
भोजपुरी संस्कृति में विदाई के परंपरा
भोजपुरी समाज में विदाई के परंपरा के अपना विशेष महत्व बा। जब कौनो नेता या सम्मानित व्यक्तित्व के अंतिम यात्रा होखेला, त ओहिजा लोग एकजुट होके अपना भावना आ संवेदनन के प्रकट करेले। मनमोहन सिंह के अंतिम यात्रा भी हमनी के एकजुटता के प्रतीक बन जाई।
FAQs
मनमोहन सिंह के अंतिम यात्रा कब शुरू होई?
मनमोहन सिंह के अंतिम यात्रा आजु सुबह 9.30 बजे कांग्रेस मुख्यालय से शुरू होई।
उनकर अंतिम संस्कार कइसे आ कब होई?
उनकर अंतिम संस्कार लगभग 11.45 बजे कइल जाई।
केंद्र सरकार कब स्मारक के मंजूरी दिहल?
केंद्र सरकार एक रात बाद स्मारक के जगह तय कइल, जब कांग्रेस पार्टी आ सरकार के बीच बहस भइल।
कौन-कौन नेता अंतिम यात्रा में शामिल भइलन?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आ गांधी परिवार के सदस्य शामिल भइलन।