नेपाल के आर्ट काउंसिल में रागिनी उपाध्याय ग्रेले के कला के प्रदर्शनी
काठमांडू, 11 मार्च
रागिनी उपाध्याय ग्रेले के कला जीवन के समर्पण के सम्मान में ‘एक कलाकार के रेट्रोस्पेक्टिव’ प्रदर्शनी के शुरुआत 8 मार्च के नेपाल आर्ट काउंसिल, बाबरमहल में भइल। ई प्रदर्शनी उनकर 239 कृतियन के समावेश करेला, जवन उनकर कला यात्रा के 45 साल के झलक देला।
कला के विविधता
ई प्रदर्शनी में पेंटिंग, प्रिंट, ड्रॉइंग आ लिथोग्राफ के विविधता शामिल बा, जवन रागिनी ग्रेले द्वारा 1978 से 2023 के बीच कई माध्यम में बनावल गइल बा। उनकर कृतियां में ऐक्रेलिक, लिनोकट, एचिंग, लिथो, पानी के रंग आ मिश्रित मीडिया के प्रयोग भइल बा।
महिलाओं के दिवस पर उद्घाटन
ई प्रदर्शनी के उद्घाटन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भइल। राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी कहलिन, “कला एक अद्भुत माध्यम बा जवन समाज के जीवनशैली, संस्कृति आ विश्वास के समझे आ पहचाने में मदद करेला। रागिनी उपाध्याय ग्रेले ने नेपाली कला में महत्वपूर्ण योगदान दिहले बाड़ी, जवन नेपाल के विश्व स्तर पर प्रसिद्ध बनवला में मदद कइलस।”
कला के यात्रा
रागिनी उपाध्याय ग्रेले, काठमांडू में जनमल बाड़ी, बाकिर उनकर बचपन के अधिकांश समय भारत के बेतिया में बितावल। उनकर कला के यात्रा 1978 में नेपाल एकेडमी ऑफ फाइन आर्ट्स में पहिलका प्रदर्शनी के साथ शुरू भइल। अब तक, ओहनी 23 समूह प्रदर्शनी, 32 अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी, आ 71 एकल प्रदर्शनी आयोजित कर चुकल बाड़ी।
महिलापन के पहचान
रागिनी उपाध्याय ग्रेले के कृतियन में महिला पहचान के कई पहलु के खोजल गइल बा। उनकर शुरुआती कृतियन में नारीवादी थीम प्रबल रहल। “कुमारी” पर बनावल गैलरी में उनकर रचनाएं, जवन 1988 से 2006 के बीच बनावल गइल, समाहित बा।
परिवर्तन के चित्रण
ई प्रदर्शनी में रागिनी के कला में समय के साथ परिवर्तन के भी झलक मिलेला। उनकर कृतियन में प्रेम, एकता, आ दोस्ती के संदेश भी दर्शावल गइल बा। “पिपुल्स पावर” आ “गायजात्रा” जइसन कृतियन में राजनीतिक मुद्दा के चित्रण कइल गइल बा।
माँ के प्रेम
माँ के प्रेम ई प्रदर्शनी में एक प्रमुख थीम बा। रागिनी के “मदरहुड” श्रृंखला उनकर गर्भावस्था के अनुभव से प्रेरित बा, जवन उनकर प्रिय बेटी शिवता के याद में बनावल गइल। ओहनी के बेटी के निधन के बाद, रागिनी के कला में दुख आ याद के गहराई देखल जा सकेला।
कोरोना के प्रभाव
कोरोना महामारी के बाद, रागिनी ने “कोरोना टीयर्स” श्रृंखला प्रारंभ कइली। ई श्रृंखला में मानवता द्वारा प्रकृति आ जानवरन पर कइल गइल अत्याचार के चित्रण कइल गइल बा। “कोरोना सेफ्टी लव” एक महत्वपूर्ण कृति बा, जवन भौतिक दूरी आ भावनात्मक असहमति के बीच के तालमेल के दर्शावेला।
कलाकार के दृष्टिकोण
रागिनी उपाध्याय ग्रेले के अनुसार, कला सभ्यता के दर्शावत बा आ ओकर गहराई के पकड़ल जाला। ओहनी कहली, “धैर्य सफलता के कुंजी ह आ कला ध्यान के रूप होला।” ओहनी के कला यात्रा के 45 साल के रेट्रोस्पेक्टिव प्रदर्शनी 22 मार्च तक चलत रही।
प्रदर्शनी के महत्व
सिद्धार्थ आर्ट गैलरी के संस्थापक संगीता थापा कहली, “ई प्रदर्शनी रागिनी के कला यात्रा के महत्वपूर्ण मोड़ बा।” प्रदर्शनी के माध्यम से रागिनी के कृतियन के माध्यम से समाज के मुद्दा पर संवाद के अवसर भी मिलत बा।
समापन
ई प्रदर्शनी न केवल रागिनी उपाध्याय ग्रेले के कला यात्रा के दर्शावेला, बल्कि महिला सशक्तिकरण आ शिक्षा के महत्व पर भी जोर डालता। रागिनी कहली, “महिलाएं सृजक हईं आ सृजन तब होला जब दुख होला।”
FAQs
प्रदर्शनी कब तक चलत बा?
प्रदर्शनी 22 मार्च तक चलत रही।
रागिनी उपाध्याय ग्रेले के कला में का खास बात बा?
उनकर कला में महिला पहचान, समाजिक मुद्दा, आ व्यक्तिगत अनुभव के गहराई से चित्रित कइल गइल बा।
प्रदर्शनी के उद्घाटन कब भइल?
प्रदर्शनी के उद्घाटन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, 8 मार्च के भइल।