जयपुर-आजमेर हाईवे पर भयानक दुर्घटना के बाद कांग्रेस के मांग
दुर्घटना के कारण आ राजनीति
जयपुर-आजमेर हाईवे पर हाल ही में भइल एक भीषण दुर्घटना में 13 लोगन के जान चली गइल। ई घटना के बाद राजस्थान कांग्रेस के नेता लोगन नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री, के इस्तीफे के मांग कइले बाड़न। उनकर आरोप बा कि गडकरी के मंत्रालय आ टोल कंपनियन में भ्रष्टाचार आ लापरवाही बा।
खाचरियावास के आरोप
कांग्रेस नेता आ पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास कहले बाड़न कि दुर्घटना खातिर केंद्र सरकार, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI), आ टोल ऑपरेटर जिम्मेदार बाड़न। उनकर कहना बा कि NHAI देश के सबसे “भ्रष्ट विभाग” ह। खाचरियावास के कहना बा, “भ्रष्टाचार के सिस्टम के चलते 13 लोगन के जान गइल।”
टोल कंपनियन पर आरोप
खाचरियावास कहले बाड़न कि टोल कंपनी के बड़ा राजस्व मिलल, लेकिन ऊ लोग जरूरी काम पूरा करे में नाकाम रहल। ऊ गडकरी पर आरोप लगवले बाड़न कि ऊ टोल कंपनियन के बचाव कइले बाड़न, जवन कि जिम्मेदारी से बच रहल बाड़न। “टोल कंपनियन के साफ निर्देश बा—उ लोग के सही नाली, अस्पताल, एंबुलेंस, आ सड़क सुरक्षा के व्यवस्था करे के चाहीं। लेकिन ई सब कुछ ना मिलल,” ऊ कहले।
मुआवजा आ सरकारी नौकरी के मांग
खाचरियावास हर पीड़ित परिवार खातिर 1 करोड़ के मुआवजा आ एक परिवार के सदस्य के सरकारी नौकरी के मांग कइले बाड़न। ऊ राज्य सरकार के भी आलोचना कइले बाड़न कि मुख्यमंत्री के दुर्घटना स्थल पर जवन बारीकियाँ देखल गइल, ओह पर कवनो ठोस कार्रवाई ना भइल।
गडकरी के वादा आ वादा के अधूरापन
खाचरियावास गडकरी के वादे के भी आलोचना कइले बाड़न। ऊ कहले, “2014 में गडकरी हेलीकॉप्टर से जयपुर-दिल्ली हाईवे के निरीक्षण खातिर आइल रहन। ऊ छह महीना में मरम्मत के वादा कइले रहन, लेकिन आज तक हाईवे असुरक्षित बाड़े, आ भ्रष्टाचार से भरा पड़े बा।”
कांग्रेस के मांग आ कार्रवाई
कांग्रेस पार्टी तात्कालिक गिरफ्तारी, टोल कंपनियन पर भारी जुर्माना, आ आगे के दुर्घटनन के रोकथाम खातिर तात्कालिक सुरक्षा सुधार के मांग कइले बाड़न। ई घटना भोजपुरिया समाज के सुरक्षित यात्रा के महत्व के एक बार फिर से उजागर कइलस।
FAQs
दुर्घटना में कतेक लोगन के जान गइल?
दुर्घटना में 13 लोगन के जान गइल।
कांग्रेस के नेता के नाम का ह?
कांग्रेस के नेता के नाम प्रताप सिंह खाचरियावास ह।
गडकरी पर का आरोप लगावल गइल बा?
गडकरी पर भ्रष्टाचार आ लापरवाही के आरोप लगावल गइल बा।
पीड़ित परिवारन खातिर का मांग भइल बा?
पीड़ित परिवारन खातिर 1 करोड़ के मुआवजा आ एक सरकारी नौकरी के मांग भइल बा।