त्रिपुरा विधानसभा में बड़े वेतन बढ़ोतरी के बिल पास
बिल के विवरण
दिहल न्यूज़ Agartala: त्रिपुरा विधानसभा बुध के एक एहन बिल के मंजूरी दिहलस जवन मुख्यमंत्री, मंत्री, स्पीकर आ विधायक लोगन के वेतन, पेंशन आ अन्य लाभ में लगभग 100 प्रतिशत के बढ़ोतरी के प्रस्तावित कर रहल बिया। ई बढ़ोतरी के मंशा से विधायक आ मंत्रियन के आर्थिक स्थिति के सुधारल जाव, लेकिन एकर प्रभाव के बारे में बहस जारी बा।
विपक्ष के प्रतिक्रिया
विपक्षी पार्टी सीपीआईएम इस बढ़ोतरी पर अपना हलका विरोध दर्ज करावलस। ऊ लोग कहले कि एहन अचानक आ बड़े पैमाने पर मुआवजा के बढ़ोतरी जनता के बीच विवाद पैदा कर सकेला। हालांकि, अन्य पार्टी, जइसे कांग्रेस, एह बिल के समर्थन कइलस। ई बात से साफ बा कि राजनीतिक दलन के बीच में इस मुद्दा पर विचार-विमर्श चल रहल बा।
जनता के भावना आ संस्कृति
भोजपुरिया संस्कृति में, जब बात सत्ता के आ लाभ के होखे, त जनता के भावना हमेशा महत्वपूर्ण होला। लोग सोचेला कि कतना सही बा कि नेता लोगन के वेतन एतना बढ़ावल जाव जबकि आम जनता के स्थिति आओर खराब हो रहल बा। एही से, ई बिल के पारित होखला पर जनता में आक्रोश बढ़ सकेला।
भविष्य के दिशा
अब देखे के बा कि ई बढ़ोतरी के बाद राज्य में राजनीतिक माहौल कइसे बदलेला। क्या ई विधायक आ मंत्री लोगन के काम में सुधार कर पाई? या फेर ई केवल एक आर्थिक बोझ बन जाई? समय ही बताई।
FAQs
ई बिल के का मतलब बा?
ई बिल मुख्यमंत्री, मंत्री, स्पीकर आ विधायक लोगन के वेतन आ लाभ में बढ़ोतरी के प्रस्तावित करत बा।
विपक्ष के का कहनी?
विपक्ष सीपीआईएम कहले कि एहन बढ़ोतरी जनता के बीच में नकारात्मक प्रतिक्रिया पैदा कर सकेला।
कौन-कौन पार्टी एकरा के समर्थन कइलस?
कांग्रेस आ अन्य कुछ पार्टी एह बिल के समर्थन कइले बाड़ी स।
जनता के प्रतिक्रिया का हो सकेला?
जनता के बीच में ई बढ़ोतरी पर आक्रोश आ असंतोष देखे के मिल सकेला।
एह बढ़ोतरी से का बदलाव आई?
ई बढ़ोतरी राजनीति आ शासन में बदलाव लावे के संभावना बा, लेकिन एकर प्रभाव समय के साथे ही पता चली।