यूके में सरकारी नीति पर बहस: चैरिटी टैक्स आ राष्ट्रीय बीमा के असर
हाल ही में यूनाइटेड किंगडम के संसद में चैरिटी टैक्स आ राष्ट्रीय बीमा के बढ़ोतरी पर गरमागरम बहस भइल। छाया संस्कृति सचिव स्टुअर्ट एंड्रयू कहलन कि सरकार के “चैरिटी टैक्स” के कारण चैरिटेबल क्षेत्र के 1.4 अरब पाउंड के नुकसान होई। उनकर मांग रहल कि एक ठो प्रभाव आकलन कइल जाव।
संस्कृति सचिव के जवाब
संस्कृति सचिव लिसा नैंडी कहलन कि चांसलर के “क्रिएटिव इंडस्ट्रीज” के महत्व के बारे में पूरा जानकारी बा। संसद में ऊ कहलन, “हमनी के सरकार के पिछले कार्यकाल से अलग ह, हमनी के एक-दूसरा के साथ काम करेला पसंद करीला।” उनकर कहना रहल कि ऊ चांसलर के साथ बजट पर कई गो चर्चा कइले बाड़ी।
चैरिटीज पर असर
एंड्रयू चैरिटीज के आर्थिक स्थिति पर चिंता व्यक्त कइलन, “सरकार के ई निर्णय के कारण चैरिटीज के काम में कटौती के स्थिति बन जाई। ओह लोग के ई टैक्स के पैसा कहाँ से मिली?” नैंडी उनकर जवाब में कहलन कि पिछला सरकार में चैरिटीज के बहुत दिक्कत भइल, आ ऊ लोग के सही समर्थन ना मिलल।
खेल आ हॉस्पिस पर प्रभाव
कंजर्वेटिव सांसद पॉल होल्म्स हॉस्पिस के स्थिति के बारे में चर्चा कइले। ऊ कहलन, “सरकार के ई नीति से चैरिटेबल क्षेत्र के असली खतरा बा। सरकार के ई नीति पर पुनर्विचार करे के जरूरत बा।” नैंडी जवाब में कहलन कि स्वास्थ्य सचिव आ ऊ खुद हॉस्पिस के समर्थन खातिर काम कर रहल बाड़ी।
पर्यटन आ हॉस्पिटैलिटी पर संकट
छाया संस्कृति मंत्री साकिब भाटी कहलन कि ई बजट हॉस्पिटैलिटी आ पर्यटन के लिए एक ठो “परफेक्ट स्टॉर्म” बन गइल बा। यूके हॉस्पिटैलिटी ने ई बजट के “धक्का” बतावल। संस्कृति मंत्री सर क्रिस ब्रायंट कहलन कि पर्यटन उद्योग पिछले कुछ साल से संघर्ष कर रहल बा, जवन कि ब्रेक्जिट आ कोविड के कारण भइल बा।
फुटबॉल क्लब पर राष्ट्रीय बीमा के प्रभाव
कंजर्वेटिव सांसद एंड्रयू स्नोडेन फुटबॉल क्लबन पर राष्ट्रीय बीमा नीति के असर के बारे में पूछलन। ऊ कहलन, “विगन एथलेटिक एफसी के पिछले वित्तीय साल में 13 मिलियन पाउंड के नुकसान भइल। सरकार के ई नीति के चलते क्लब के आर्थिक स्थिति कइसे मजबूत होई?” खेल मंत्री स्टेफ़नी पीकॉक जवाब में कहलन कि ऊ लोग फुटबॉल गवर्नेंस बिल पर काम कर रहल बाड़ी।
निष्कर्ष
यूके में चैरिटी टैक्स आ राष्ट्रीय बीमा के बढ़ोतरी के मुद्दा गंभीर बा। चैरिटी, हॉस्पिटैलिटी आ पर्यटन उद्योग के स्थिति पर ई नीति के असर साफ-साफ देखल जा रहल बा। सरकार के ई नीति पर पुनर्विचार आ चैरिटीज के समर्थन खातिर ठोस कदम उठावे के जरूरत बा।
FAQs
1. चैरिटी टैक्स के कारण चैरिटीज के का नुकसान होई?
चैरिटी टैक्स के कारण चैरिटीज के 1.4 अरब पाउंड के आर्थिक नुकसान हो सकेला।
2. राष्ट्रीय बीमा नीति के असर कइसे होई?
राष्ट्रीय बीमा के बढ़ोतरी से फुटबॉल क्लब आ हॉस्पिस के वित्तीय स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ी।
3. सरकार चैरिटीज के समर्थन खातिर का कदम उठाई?
सरकार के चैरिटीज के समर्थन खातिर ठोस कदम उठावे के जरूरत बा, जइसन कि प्रभाव आकलन आ पुनर्विचार।
4. पर्यटन उद्योग के स्थिति का बा?
पर्यटन उद्योग पिछले कुछ साल से संघर्ष कर रहल बा, आ अभी तक कोविड से पहले के स्तर पर ना लौट पइल बा।