इजराइल के चतुराई: हिज़्बुल्लाह पर खुफिया हमला
सेप्टेम्बर में इजराइल के खुफिया एजेंसी मोसाद के एक ऑपरेशन के तहत, कम से कम 39 हिज़्बुल्लाह के समर्थक मारे गेलन आ लगभग 3,000 लोग घायल हो गइलन। ई हमला लेबनान में उनकरा द्वारा इस्तेमाल हो रहल पेजर आ वॉकी-टॉकी पर बम विस्फोट करके कइल गइल। मोसाद ने हिज़्बुल्लाह के द्वारा मंगवावल पेजर में विस्फोटक उपकरण छिपा के रखल।
खुफिया ऑपरेशन के कहानी
दुई रिटायर मोसाद एजेंट, जवन CBS न्यूज़ से बातचीत कइले, कहलन कि ई ऑपरेशन एक दशक से अधिक समय से तैयार हो रहल रहे। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के अनुमति के बाद ई हमला कइल गइल। एगो एजेंट, जवन अपना नाम बदले के चाहत रहलन, कहलन, “ई वॉकी-टॉकी गोली, मिसाइल आ मोर्टार जइसन एगो हथियार हवे।”
उ कहले कि हिज़्बुल्लाह अब पेजर के इस्तेमाल ना कर सकेला काहे कि उनकरा बारे में पता चल गइल बा। ओह लोग के चेतावनी दिहल गइल कि मोसाद अपना अगिला योजना पर काम कर चुकल बा।
इजराइल आ हिज़्बुल्लाह के संघर्ष
इजराइल आ हिज़्बुल्लाह के बीच जंग चल रहल बा, जवन गाजा युद्ध के बाद शुरू भइल। ई संघर्ष में 4,000 से अधिक लोग मारे जा चुकल बाड़न, जिनमें हिज़्बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह भी शामिल बाड़न।
हिज़्बुल्लाह के पेजर के डिजाइन
पूर्व मोसाद एजेंट गेब्रियल बतवले कि पेजर के डिजाइन एतना खास रक्खल गइल कि उ बम के साथ-साथ लड़ाई में इस्तेमाल हो सके। मोसाद पेजर के साथ विस्फोटक लगावे खातिर 2022 में काम शुरू कइल। उनका पता चलल कि हिज़्बुल्लाह के लोग ताइवान के गोल्ड अपोलो से पेजर खरीदत रहल।
मोसाद पेजर के अंदर विस्फोटक के सही मात्रा के प्रयोग कइल ताकि केवल हिज़्बुल्लाह के लोग के नुकसान होखे आ आस-पास के लोग सुरक्षित रह सके। गेब्रियल कहले, “हमनी के सब कुछ टेस्ट कइले बानी ताकि नुकसान कम से कम हो सके।”
दौड़-धूप आ चालाकी के खेल
मोसाद के एजेंट बतवले कि उ लोग गोल्ड अपोलो के साथ काम करे खातिर कई गो शेल कंपनी बनवले। एजेंट कहले, “जब ऊ लोग हमसे खरीदत बाड़न, त उनकरा के ई पता ना चलेला कि उ मोसाद से खरीदत बाड़न।”
गोल्ड अपोलो के सैल्सपर्सन के भी पता ना चलल कि ऊ इजराइल के खुफिया एजेंसी के साथ काम कर रहल बाड़ी। ऊ हिज़्बुल्लाह के पेजर के पहिलका बैच मुफ्त में दिहलस।
निष्कर्ष
मोसाद के ई चालाकी भरा ऑपरेशन हिज़्बुल्लाह के लिए एगो बड़ा झटका रहल। हिज़्बुल्लाह के लोग अब ई सोचल शुरू कर दीहें कि अगिला खतरा का हो सकेला। इजराइल के खुफिया एजेंसी अपने रणनीति में हमेशा एक कदम आगे बाड़ी।
FAQs
1. ई ऑपरेशन कब भइल?
ई ऑपरेशन सेप्टेम्बर 2024 में भइल।
2. हिज़्बुल्लाह के पेजर में का छिपावल गइल रहे?
हिज़्बुल्लाह के पेजर में विस्फोटक उपकरण छिपावल गइल रहे।
3. इजराइल के ई रणनीति के उद्देश्य का रहल?
इजराइल के उद्देश्य हिज़्बुल्लाह के कमजोर बनावल आ उनकरा के डरावे के रहल।
4. ई ऑपरेशन के पीछे के लोग के का कहल गइल?
पूर्व मोसाद एजेंट कहलन कि ई सब खुफिया योजना के हिस्सा रहल।
5. ई घटना के बाद हिज़्बुल्लाह के स्थिति का भइल?
हिज़्बुल्लाह के स्थिति कमजोर भइल आ ऊ लोग अब अगिला खतरा के बारे में सोचत बा।