मदनपुरा में शिव मंदिर के फिर से खोलल जाव के मांग
संतान रक्षक दल के याचिका
अजय शर्मा, संतान रक्षक दल के राज्य अध्यक्ष, जिला प्रशासन से निवेदन कइले बाड़न कि एगो पुरान मंदिर के फिर से खोला जाव आ भक्त लोगन के पूजा करे के अनुमति दीहल जाव। हाल ही में संभल में एगो मंदिर के फिर से खोले के बाद, अब एगो हिंदू समूह वाराणसी के मदनपुरा इलाका में मिलल एगो मंदिर के खोलल खातिर अधिकारी लोगन से गुहार लगवले बाड़न।
जिला प्रशासन के कार्रवाई
वाराणसी के जिला प्रशासन अब मंदिर के बारे में जानकारी जुटावे के प्रक्रिया शुरू कइले बाड़े। ई मंदिर ज्यादातर मुस्लिम आबादी वाला इलाका में स्थित बा। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल तैनात कइल जाई ताकि कोई विवाद ना होखे। संतान रक्षक दल के दावा बा कि ई शिव मंदिर, जे लगभग 200 साल पुरान बा, पिछले 70 साल से बंद बा।
न्यायिक प्रक्रिया के पालन
वाराणसी के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस, गौरव बंसल, विश्वास दिलवले बाड़े कि जिला प्रशासन रिकार्ड के समीक्षा कर रहल बा आ कोई निर्णय लेवे से पहले सभी कानूनी प्रक्रिया के पालन कइल जाई। ई मांग के बाद एक पुलिस टीम के स्थान पर तैनात कइल गइल बा ताकि हिंसा के स्थिति से बचल जा सके।
उपमुख्यमंत्री के बयान
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, मदनपुरा इलाके में मिलल मंदिर के बारे में कहले बाड़न कि उनकर प्रशासन एही तरह के छिपल या दबावल मंदिरन के खोजी आ बहाल करे के प्रति प्रतिबद्ध बा। मौर्य बतवले बाड़न कि जहाँ भी मंदिर मिलल, ओकरा के सही से खुदाई कइल जाई आ पूजा कइल जाई।
भूमि मालिक के विचार
मंदिर के जमीन के मालिक मोहम्मद शाहबुद्दीन, पूजा के अनुमति देवे के इच्छा व्यक्त कइले बाड़न। ऊ कहले बाड़न, “अगर लोग शांति से पूजा करे आवे त हमके कवनो आपत्ति ना बा।” ऊ बतवले कि उनकर परिवार सदियों से ई जमीन के मालिक बा आ स्थानीय लोगन के पूजा करे में कभी कवनो दिक्कत ना भइल।
स्थानीय समुदाय के स्थिति
हालांकि, कुछ स्थानीय मुस्लिम समुदाय के लोग मंदिर के फिर से खोलल पर आपत्ति जता रहल बाड़न। ई विवाद के चलते, क्षेत्र में तनाव बढ़ रहल बा। स्थानीय हिंदू लोग, जे अल्पसंख्यक बाड़न, डर के चलते अपने धार्मिक अधिकार के दावे से बंचित रहल बाड़न।
गंगा-जमुनी तहजीब के भावना
शाहबुद्दीन ई बात पर जोर दिहले बाड़न कि उनकर परिवार आ स्थानीय लोग हमेशा से एक-दूसरा के साथ मिलजुल के रहले बाड़न। ऊ गंगा-जमुनी तहजीब के भावना के बढ़ावा देत बाड़न, जे विविध समुदायन के शांति से रहन-सहन के जश्न मनावेला।
FAQs
ई मंदिर कब से बंद बा?
मंदिर लगभग 70 साल से बंद बा।
मंदिर के फिर से खोले के मांग कइसे शुरू भइल?
सोशल मीडिया पर मंदिर के बंद दरवाजा के फोटो वायरल भइला के बाद हिंदू समूह के मांग उठल।
स्थानीय मुस्लिम समुदाय के रुख का बा?
कुछ स्थानीय मुस्लिम समुदाय के लोग मंदिर के फिर से खोलल पर आपत्ति जता रहल बाड़न।
भूमि मालिक के का कहना बा?
भूमि मालिक शांति से पूजा करे के अनुमति देवे के इच्छा व्यक्त कइले बाड़न।
जिला प्रशासन के का कदम बा?
जिला प्रशासन मंदिर के बारे में जानकारी जुटा रहल बा आ सुरक्षा उपाय कइले बाड़े।