प्रयागराज में महाकुंभ पर मोलाना शाहबुद्दीन के बयान से उठल बवाल
प्रयागराज में महाकुंभ के बस कुछ दिन शेष रह गइल बा, आ मोलाना शाहबुद्दीन रज़वी बरेलवी के एक बयान से बवाल मच गइल बा। उ कहलन कि ई विशाल समागम वक्फ के ज़मीन पर आयोजित कइल जा रहल बा।
केंद्रीय मंत्री के प्रतिक्रिया
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह मोलाना शाहबुद्दीन के बयान पर तीखा जवाब दिहलन। उ कहलन, “उ अपना औकात ना जानत बाड़न। महाकुंभ तऽ पैगंबर मोहम्मद के जनम से बहुत पहले होखत रहल बा।”
वक्फ ज़मीन के दावे
मोलाना शाहबुद्दीन रज़वी, जो कि आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष हउवें, कहलन कि महाकुंभ वक्फ के ज़मीन पर हो रहल बा, जेकर क्षेत्रफल करीब 54 बिघा बा। उ आगे जोड़लन, “मुस्लिमन हमेशा बड़ा दिल दिखवले बाड़न, आ ई उदाहरण भी बा। महाकुंभ वक्फ के ज़मीन पर आयोजित भइल बा, फिरो हम एकर विरोध ना करत बानी। उ लोग भी बड़ा दिल के व्यवहार दिखावे के चाहीं।”
आखाड़ा परिषद के निर्देश
रज़वी के ई बयान उ समय पर आइल जब अखाड़ा परिषद के एक निर्देश जारी भइल, जवना में कहल गइल कि महाकुंभ में सिर्फ हिन्दू लोगन के प्रवेश पर रोक लगावल जाई।
समीक्षा आ आलोचना
मोलाना शाहबुद्दीन के बयान पर हिन्दू आ मुस्लिम दुनु समुदाय से आलोचना भइल बा। भारतीय सूफी फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष काशिश वर्सी कहले, “ई दुखद बा कि कुछ मौलाना आ मुफ्ती इस्लाम के नाम पर नफरत फैलावत बाड़न, आ मुस्लिमन आ इस्लाम के बदनाम कर रहल बाड़न।”
जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य के बयान
जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य कहलन कि प्रयागराज हिन्दू लोगन के हक में बा आ राजनीति के दखलंदाजी के खिलाफ चेतावनी दिहलन। उ कहलन, “उ लोग झूठ बोल रहल बा, प्रयागराज त हमनी के ह। केवल हिन्दुत्व के चेहरा चमके वाला बा आ कुंभ में कोई राजनीतिक दखलंदाजी ना होखे के चाही।”
FAQs
महाकुंभ कब हो रहल बा?
महाकुंभ प्रयागराज में कुछ दिन बाद आयोजित हो रहल बा।
मोलाना शाहबुद्दीन के बयान पर लोग के प्रतिक्रिया का रहल बा?
लोगन के प्रतिक्रिया मिलाजुला बा, कुछ लोग उनका के आलोचना कर रहल बा।
क्या महाकुंभ वक्फ ज़मीन पर हो रहल बा?
मोलाना शाहबुद्दीन के अनुसार, महाकुंभ वक्फ के ज़मीन पर आयोजित भइल बा।
अखाड़ा परिषद के निर्देश का रहल?
अखाड़ा परिषद के निर्देश में कहल गइल बा कि महाकुंभ में सिर्फ हिन्दू लोगन के प्रवेश होई।