नेपाल के राजनीति में उठल विवाद
शंकर पोखरेल के टिप्पणी
काठमाडौं से समाचार आइल बा कि नेकपा एमाले के महासचिव शंकर पोखरेल रवि लामिछाने के नेतृत्व में चल रहल राष्ट्रिय स्वतन्त्र पार्टी (रास्वपा) के खिलाफ कड़ा टिप्पणी कइले बाड़न। उनकर कहना बा कि सोसल मिडिया पर हो रहल स्टन्ट आ प्रपोगण्डा के चलते राजनीति में उदायक लोगन के विस्थापित करे के रास्ता खुल रहल बा।
शंकर पोखरेल के अनुसार, “सोसल मिडियाके प्रपोगण्डा आ स्टन्ट के माध्यम से उदायक लोगन के चरम दुरुपयोग से विस्थापित होखे के संभावना बढ़ रहल बा।” उनकर ई भी मानना बा कि अति से बचल जाव, काहेकि ई स्थिति के गंभीरता के ओर इशारा कर रहल बा।
रास्वपा के हालत
सहकारी प्रकरण में सभापति रवि लामिछाने के गिरफ्तारी के बाद रास्वपा के स्थिति काफी नाजुक हो गइल बा। पार्टी अब अपने अस्तित्व के खातिर संघर्ष कर रहल बा। रवि लामिछाने के गिरफ्तारी से पार्टी के भीतर आ बाहर से आलोचना आ सवाल खड़ा हो रहल बा। ई स्थिति रास्वपा के राजनीतिक भविष्य पर गंभीर असर डाल सकत बा।
सोशल मीडिया के प्रभाव
सोशल मीडिया आजकल राजनीति में एगो बड़ा हथियार बन गइल बा। लेकिन शंकर पोखरेल के ई टिप्पणी से ई साफ हो रहल बा कि ई प्लेटफार्म पर हो रहल दुष्प्रचार आ गलत जानकारी के चलते राजनीतिक माहौल में अस्थिरता आ रहल बा।
नागरिकन के समझ में आइल बा कि सोशल मीडिया के जरिए गलत सूचना फैलावल जा रहल बा। एकर परिणामस्वरूप, राजनीतिक दल आ नेता लोग के छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहल बा।
राजनीतिक भविष्य
रास्वपा के हालत आ शंकर पोखरेल के टिप्पणी से ई साफ हो रहल बा कि नेपाल के राजनीति में बदलाव आ रहल बा। राजनीतिक दल आ नेता लोगन के अब सोशल मीडिया के सही इस्तेमाल करे के जरूरत बा, ताकि ऊ गलतफहमी आ विवाद से बचे सकें।
FAQs
रवि लामिछाने के गिरफ्तारी के कारण का रहल?
रवि लामिछाने के गिरफ्तारी सहकारी प्रकरण में शामिल होखे के आरोप पर भइल बा।
शंकर पोखरेल के टिप्पणी में का कहल गइल बा?
उन्हन कहलन कि सोसल मीडिया के दुरुपयोग से उदायक लोगन के विस्थापित होखे के संभावना बढ़ रहल बा।
रास्वपा के भविष्य के का हाल बा?
रास्वपा अब अपने अस्तित्व के खातिर संघर्ष कर रहल बा आ ई स्थिति उनकर भविष्य पर असर डाल सकत बा।
सोशल मीडिया के राजनीति पर का प्रभाव बा?
सोशल मीडिया पर गलत जानकारी आ प्रपोगण्डा के चलते राजनीतिक माहौल में अस्थिरता आ रहल बा।