सारस्वती जयंती 2025
सारस्वती जयंती, जेकरा के बसंत पंचमी कहल जाला, हर साल माघ मास के पंचमी के दिन मनावल जाला। ई दिन देवी सरस्वती के जन्मदिन मानल जाला। 2025 में ई पर्व 2 फरवरी के पड़ी।
बंगाल में सारस्वती पूजा
बंगाल में सारस्वती पूजा के खास महत्व बा। इहां चार गो प्रमुख पूजा मनावल जालीं: दुर्गा पूजा (नवरात्रि में), लक्ष्मी पूजा (शरद पूर्णिमा पर), काली पूजा (दीवाली पर) आ सारस्वती पूजा (बसंत पंचमी पर)। देवी सरस्वती के 16 स्टेप्स में पूजा कइल जाला आ खास नाइवेद्य प्रस्तुत कइल जाला।
बसंत पंचमी पर, खासकर बच्चा लोग के शिक्षा के शुरुआत खातिर अक्षराभ्यास करावल जाला। ई पूजा के समय बहुते बच्चा लोग एक साथ सरस्वती मंदिर में आके शिक्षा के शुरुआत करत बाड़ें।
सारस्वती जयंती 2025 के तारीख दुनियाभर में
सारस्वती जयंती 2025 के तारीख कई देशन में एके दिन पड़ी:
– **हवाई, अमेरिका** – 2 फरवरी
– **अमेरिका के अलग-अलग राज्य**:
– पेसिफिक स्टैंडर्ड टाइम (Seattle, Vancouver BC, Oregon, California) – 2 फरवरी
– माउंटेन स्टैंडर्ड टाइम (Denver CO) – 2 फरवरी
– सेंट्रल स्टैंडर्ड टाइम (Chicago) – 2 फरवरी
– ईस्टर्न स्टैंडर्ड टाइम (Atlanta, Detroit, Boston, Washington) – 2 फरवरी
– **कनाडा** – 2 फरवरी
– **ट्रिनिडाड आ टोबैगो** – 2 फरवरी
– **यूके आ यूरोप के अन्य देश** – 2 फरवरी
– **दुबई आ मध्य पूर्व के देश** – 2 फरवरी
– **मलेशिया** – 2 फरवरी
– **सिंगापुर** – 2 फरवरी
– **ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न राज्य**:
– पर्थ (WAU) – 2 फरवरी
– एडिलेड (SAU) – 2 फरवरी
– डार्विन (NT) – 2 फरवरी
– ब्रिसबेन (QUEENSLAND) – 2 फरवरी
– सिडनी (NSW) – 2 फरवरी
– कैनबरा (ACT) – 2 फरवरी
– मेलबोर्न (Victoria) – 2 फरवरी
– **न्यूजीलैंड** – 2 फरवरी
– **फिजी द्वीप** – 2 फरवरी
FAQs
सारस्वती पूजा कब मनावल जाला?
सारस्वती पूजा हर साल बसंत पंचमी के दिन मनावल जाला, जे माघ मास के पंचमी के दिन पड़ी।
ई पूजा में का खास कइल जाला?
ई पूजा में देवी सरस्वती के 16 स्टेप्स में पूजा कइल जाला आ बच्चा लोग के अक्षराभ्यास करावल जाला।
कहाँ-कहाँ पर सारस्वती जयंती मनावल जाला?
सारस्वती जयंती दुनियाभर में मनावल जाला, जइसे अमेरिका, कनाडा, यूके, दुबई, ऑस्ट्रेलिया आ अन्य देशन में।
बसंत पंचमी के और कौन-कौन सा नाम बा?
बसंत पंचमी के सारस्वती जयंती, श्री पंचमी आ विद्या दायिनी सारस्वती व्रतम के नाम से भी जानल जाला।
सारस्वती पूजा के महत्व का बा?
ई पूजा ज्ञान, शिक्षा आ कला के देवी सरस्वती के सम्मान में कइल जाला, आ एकर विशेष महत्व बच्चा लोग के शिक्षा के शुरुआत में होला।