प्लास्टिक प्रदूषण के रोकथाम में नयका उम्मीद: जैविक प्लास्टिक
दुनिया भर में प्लास्टिक प्रदूषण के समापन खातिर चल रहल प्रयास, जवन संयुक्त राष्ट्र के समर्थन से हो रहल बा, पिछला महीना ठप पड़ गइल। दक्षिण कोरिया में भइल मीटिंग में 175 देशन के प्रतिनिधि आपस में बिबाद में पड़ गइलन। ई बिबाद खासकर आर्थिक हितन के टकराव के चलते भइल।
प्लास्टिक प्रदूषण के समस्या
प्लास्टिक प्रदूषण आज के समय में एगो बड़का समस्या बन चुकल बा। समुद्र के किनारा से लके जंगलन तक, प्लास्टिक के कचरा हर जगह बिखरल बा। ई ना केवल पर्यावरण के नुकसान पहुँचा रहल बा, बल्कि जीव-जंतु खातिर भी खतरा बनल बा।
बंद आ संधियन के प्रयास
संयुक्त राष्ट्र के द्वारा प्लास्टिक प्रदूषण के रोकथाम खातिर कई तरह के संधि के प्रयास चल रहल बाड़े। लेकिन, अलग-अलग देशन के आर्थिक हित आ राजनीतिक कारण से ई प्रयास सफल ना हो पावत। मीटिंग में भइल बिबाद इहे दर्शावत बा।
जैविक प्लास्टिक के संभावना
हालाँकि, प्लास्टिक के समस्या के समाधान में जैविक प्लास्टिक के आगमन एगो नई उम्मीद लेके आइल बा। जैविक प्लास्टिक, जवन प्राकृतिक सामग्री से बनल होला, प्लास्टिक के तुलना में कम हानिकारक बा। ई जल्दी से प्राकृतिक रूप से विघटित हो जाला, जवन पर्यावरण खातिर फायदेमंद बा।
भोजपुरी संस्कृति आ जैविक विकल्प
भोजपुरी संस्कृति में प्राकृतिक चीज़न के बहुत मान्यता बा। लोग हमेशा से प्राकृतिक चीज़न के इस्तेमाल करत आइल बाड़न। जैविक प्लास्टिक के उपयोग से हमनीं के ना केवल प्लास्टिक प्रदूषण के कम कर सकेनी, बल्कि अपने परंपरा के भी संजो सकेनी।
FAQs
प्लास्टिक प्रदूषण का होला?
प्लास्टिक प्रदूषण उ समस्या ह जवन प्लास्टिक के कचरा के कारण पर्यावरण में आ रहल हानिकारक प्रभावन के कहल जाला।
जैविक प्लास्टिक का होला?
जैविक प्लास्टिक उ प्लास्टिक ह जवन प्राकृतिक सामग्री से बनल होला आ जल्दी से विघटित हो जाला।
प्लास्टिक प्रदूषण के रोकथाम खातिर का उपाय कइल जासकता?
प्लास्टिक के उपयोग कम करना, जैविक विकल्पन के अपनाना आ पुनर्चक्रण के प्रक्रिया के सुधारल जा सकेला।
भोजपुरी संस्कृति में जैविक चीज़न के महत्व का ह?
भोजपुरी संस्कृति में प्राकृतिक चीज़न के बहुत मान्यता बा। लोग हमेशा से अपने जीवन में प्राकृतिक सामग्री के जगह दिहल बाड़न।
अंत में, प्लास्टिक प्रदूषण के समस्या से निपटे खातिर हमनीं के मिल के काम करे के जरूरत बा। जैविक प्लास्टिक के उपयोग से हमनीं के एक बेहतर भविष्य के ओर बढ़ सकेनी।