साम्वाद-प्रतिवाद कार्यक्रम में चर्चा
कोल्हापुर – एही ठाम ‘साम्वाद-प्रतिवाद’ कार्यक्रम में बी न्यूज़ के चैनल संपादक श्री चारुदत्त जोशी ने मेज़बानी कइलन। इस एपिसोड में उनकर मेहमान रहले राष्ट्रीय आयोजक मंडिर महासंघ के श्री सुनील घनवट आ हिंदू जनजागृति समिति के कोल्हापुर जिला समन्वयक श्री किरण दुसे।
मंडिर महासंघ के स्थापना के उद्देश्य
चर्चा के दौरान मंडिर महासंघ के स्थापना, ओकर उद्देश्य आ जरूरत पर गहराई से बात कइल गइल। श्री घनवट बतवलें कि ई महासंघ मंदिरन के सरकारी नियंत्रण से मुक्त करावे खातिर काम कर रहल बा। ई बात सुनके सब भक्तन के मन में उमंग आ आशा के लहर दौड़ गइल।
कुम्भ मेला के महत्ता
कार्यक्रम में कुम्भ मेला के आयोजन आ ओकर महत्व पर भी बात भइल। श्री जोशी पूछलन कि कुम्भ मेला काहे मनावल जाला आ एकर जरूरत का बा। ई पर श्री घनवट बतवलें कि कुम्भ मेला धार्मिक आ सांस्कृतिक एकता के प्रतीक ह आ ई भक्तजन के एक जगह जुटावे खातिर होखेला।
वक्फ के मंदिर भूमि पर अतिक्रमण
वक्फ के मंदिर भूमि पर अतिक्रमण के मुद्दा भी उठावल गइल। श्री दुसे ई विषय पर बतवलें कि कैसे ई अतिक्रमण भक्तजन के आस्था के प्रभावित कर रहल बा। सबके बीच ई चर्चा बहुत महत्वपूर्ण रहल आ भक्तजन के मन में कई सवाल उठल।
भक्तन के सवालन के समाधान
कार्यक्रम के अंत में, श्री जोशी भक्तन के मन में उठल सवालन के समाधान भी कइलन। ई सब सवाल आ उत्तर सुनके भक्तजनन के मन में संतोष आ शांति मिलल।
FAQs
1. मंडिर महासंघ के मुख्य उद्देश्य का ह?
मंडिर महासंघ के मुख्य उद्देश्य मंदिरन के सरकारी नियंत्रण से मुक्त करावल आ भक्तजन के अधिकारन के रक्षा करावल ह।
2. कुम्भ मेला काहे मनावल जाला?
कुम्भ मेला धार्मिक आ सांस्कृतिक एकता के प्रतीक ह, आ ई भक्तजन के एक जगह जुटावे खातिर होखेला।
3. वक्फ अतिक्रमण से मंदिरन के का नुकसान हो रहल बा?
वक्फ अतिक्रमण से मंदिरन के भूमि पर भक्तजन के आस्था आ पूजा-पाठ प्रभावित हो रहल बा।
4. ई कार्यक्रम के महत्व का ह?
ई कार्यक्रम भक्तजन के समस्या पर चर्चा करे आ समाधान खोजे के एक मंच प्रदान करेला।
ई कार्यक्रम से साफ बुझाता कि धर्म आ आस्था के मुद्दा पर खुल के बात करना आ विचार-विमर्श करना कितना जरूरी बा।