गणेश पूजा के महत्व
गणेश जी के पूजा हर तरह के पूजा आ रीतिरिवाज में सबसे पहिले कइल जाला। हिन्दू धर्म में उनकरा के आदिदेव मानल जाला। भगवान गणेश के कई नाम बाड़न, जइसे विनायक, विघ्नेश्वर, विघ्नहन्ता, गजानन, गणाधीश, गणनायक, लम्बोदर आ एकदंत। एही से, हर पूजा में सबसे पहिले उनका के स्मरण कइल जाला।
गणेश जी के पूजा के खासियत
गणेश जी के पूजा ना केवल भारत में, बलुक चीन, अमेरिका, तिब्बत, जापान, बर्मा, नेपाल आ ईरान में भी कइल जाला। हर पूजा के दौरान, सब ऊर्जा मुख्य रूप से गणपति के समर्पित कइल जाला। उनका के हाथी के सिर, बड़का कान आ मोटा पेट वाला देवता मानल जाला। ऋग्वेद में गणेश के ‘सर्वज्ञ’ (सभी ज्ञान के मालिक) कहल गइल बा।
गणेश जी के जन्म के कथा
गणेश जी के जन्म के कई कहानी पुराण में मिलेला। शिव पुराण, नारद पुराण, ब्रह्मविवर्त पुराण, स्कंद पुराण आ गणेश पुराण में उनके जन्म के बारे में कई अलग-अलग कथा बतावल गइल बा। ई कहानी लोगन के बीच में उनकर पूजा के महत्व आ बढ़ा देला।
हाथी के बुद्धिमानी
हाथी के सबसे बुद्धिमान जानवर मानल जाला। ऊ अपने साथी जानवरन के मार्गदर्शन कर सकेला। हाथी के कान एतना बड़ बाड़न कि ऊ 10 किलोमीटर दूर के आवाज सुन सकेला। हाथी भविष्य के बाधा के पहचाने आ ओकर समाधान करे में सक्षम होला। एह से गणेश जी के विघ्नहन्ता आ विघ्नेश्वर कहाला।
गणेश जी के आशीर्वाद
गणेश जी अपने भक्तन के सफलता के राह देखावे में मदद करेलन। ऊ भविष्य में आ रहल बाधा के पहचान क के, बुराई के ताकत के नष्ट करेलन। एही कारण से भगवान गणेश के सब देवता में पहिले पूजा कइल जाला। उनका के पहिला याद कइला से भक्तन के इच्छा पूरा होखेला आ उनकर सफलता के राह प्रशस्त होला।
विनायक चतुर्थी पूजा के विधि
विनायक चतुर्थी पर पूजा के विधि के बारे में विस्तार से बतावल जाई। ई पूजा मन से आ श्रद्धा से कइल जाला। भक्त लोग अपने मन के इच्छा के पूरा करे खातिर भगवान गणेश के ध्यान करेलन आ पूजा कइल जाला।
FAQs
गणेश जी के पूजा काहे कइल जाला?
गणेश जी के पूजा सबसे पहिले कइल जाला काहेकि ऊ विघ्नहन्ता हउवन आ सफलता के राह देखावे में मदद करेलन।
गणेश जी के कवन-कवन नाम बाड़न?
गणेश जी के कई नाम बाड़न जइसे विनायक, विघ्नेश्वर, गजानन, आ लम्बोदर।
गणेश जी के जन्म के कथा के बारे में कहां पढ़ल जाला?
गणेश जी के जन्म के कथा शिव पुराण, नारद पुराण आ अन्य पुराण में मिलेला।
गणेश जी के पूजा के समय कवन चीज के ध्यान रखल जाला?
गणेश जी के पूजा के समय श्रद्धा आ भक्ति के साथ-साथ सही विधि के पालन कइल जरूरी होला।