सुरिनाम के राष्ट्रपति के वादा: 750 अमेरिकी डॉलर के बेवजह उम्मीद?
सुरिनाम के राष्ट्रपति चान सैंटोक्ही के हाल के वादा
हाल ही में सुरिनाम के राष्ट्रपति चान सैंटोक्ही एक बड़का वादा कइलन, जवन कि बहुते सुरिनामी लोगन के कान में बहुते मीठा लागल। ऊ कहले बाड़न कि हर एक सुरिनामी लोग के देश के तेल के राजस्व में हिस्सा मिली, जवन कि हर साल 750 अमेरिकी डॉलर होखी, आ एकरा पर 7% के ब्याजो मिली।
ई वादा सुनके लागता कि ई सुरिनाम के आर्थिक चुनौती के सामना करे खातिर एक जबरदस्त कदम हो सकेला। लेकिन ई वादा के हकीकत का ह? आ का ई सच में सुरिनामी लोग के उम्मीद के लायक ह?
गृह मंत्री के बयान आ वादा के सच्चाई
एनपीएस पार्टी के अध्यक्ष ग्रेगरी रूसलैंड राष्ट्रपति के सार्वजनिक रूप से सही कइलन। ऊ बतवलन कि सुरिनामी लोग के पूरा 750 अमेरिकी डॉलर ना मिली, बलुक केवल लगभग 50 अमेरिकी डॉलर मिली, जवन कि आज के विनिमय दर पर महज 145 SRD के बराबर होखेला।
अगर हम ई आंकड़ा पर ध्यान दीं, त सोचल जाला कि ई छोट रकम, जवन कि बुनियादी जरूरतन के पूरा करे खातिर भी काफी ना हो सकेला, सुरिनामी लोग के जिनगी में कइसन बदलाव ले आई? रूसलैंड के संदेश साफ बा: ई एक ठो झूठी आशा के उदाहरण ह आ लोगन के धोखा देवे के कड़ी ह।
आर्थिक समझदारी आ तेल उद्योग के ज्ञान
बहुते लोग, जवन कि आर्थिक मुद्दा आ तेल उद्योग के बारीकियन से अनजान बाड़न, ई लुभावना वादा के चक्कर में आ जइहें। त का ई सैंटोक्ही के रणनीतिक चाल ह, या ई तेल के राजस्व के चारों ओर पारदर्शी आ संरचनात्मक नीति ना बनावे के एक चूक ह?
ई सवाल के जवाब वादा के कैसे पूरा कइल जाई, आ सबसे जरूरी, सरकार के प्राकृतिक संसाधनन के साथ कइसन पारदर्शिता आ ईमानदारी से व्यवहार कइल जाई, पर निर्भर करी।
सुरिनामी लोग के हकदारी आ पारदर्शिता के माँग
ई बात साफ बा कि ई 750 अमेरिकी डॉलर के ‘वादा’ शायद खाली एक राजनीतिक चाल ह, जवन कि अनिश्चितता के समय में विश्वास जीतल चाहत बा। लेकिन सुरिनामी लोग के खाली झूठा वादा ना चाहीं। ऊ लोग पारदर्शिता, ईमानदारी, आ एहन नीति के हकदार बाड़न, जे सच में आर्थिक समृद्धि आ टिकाऊ विकास के रास्ता खोले।
सुरिनाम के लोगन के ई सस्ता राजनीति के जाल में ना आके, ओह पार्टी के चुनल चाहीं, जे असली बदलाव आ सही प्रगति के आश्वासन दे सके।
FAQs
सुरिनाम के राष्ट्रपति के वादा का ह?
सुरिनाम के राष्ट्रपति चान सैंटोक्ही कहले बाड़न कि हर सुरिनामी के 750 अमेरिकी डॉलर के हिस्सा मिली।
ग्रेगरी रूसलैंड का कहले बाड़न?
ऊ बतवलन कि सच में सुरिनामी लोग के केवल 50 अमेरिकी डॉलर के हिस्सा मिली, ना कि पूरा 750 अमेरिकी डॉलर।
ई वादा कइसे पूरा होई?
ई वादा के पूरा होखला के तरीका आ पारदर्शिता पर निर्भर करी।
सुरिनामी लोग के का चाहीं?
सुरिनामी लोग के पारदर्शिता, ईमानदारी, आ सही नीति के हकदार बाड़न।