बांग्लादेश के मुद्रा से हटावल जाई ‘बंगबंधु’ के छवि
बांग्लादेश के केंद्रीय बैंक अब नया नोट छापी, जवना में ‘बंगबंधु’ शेख मुजीबुर रहमान के छवि ना होई। बांग्लादेशी टाका के नोट पर शेख मुजीबुर रहमान के छवि पहले से छपल रहे, लेकिन अब ई छवि हटावे के फैसला लिहल गइल बा। ई फैसला ओह समय भइल जब मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाला अंतरिम सरकार ई निर्णय लेले बिया।
बांग्लादेश बैंक के अनुसार, टाका 20, 100, 500 आ 1,000 के नोट पर शेख मुजीबुर रहमान के छवि हटा दीहल जाई। रिपोर्ट में बतावल गइल बा कि नया नोट में धार्मिक संरचनाएं, बंगाली परंपराएं आ जुलाई के बगावत के ग्रेफिटी शामिल होई।
नया नोट के डिजाइन आ रिलीज
बांग्लादेश बैंक के कार्यकारी निदेशक हुसनेरा शिखा कहलन कि redesigned नोट छः महीना के भीतर बाजार में आ जाई। उनकर कहना बा कि नया नोट के डिजाइन वित्त मंत्रालय के वित्त संस्थान विभाग द्वारा सितंबर में प्रस्तुत कइल गइल रहल। पहिला चार नोट के redesign कइल जाई आ बाद में अउरी मूल्यन के भी फेरबदल कइल जाई।
जुलाई के बगावत, जवना में कोटा सुधार के मांग कइल गइल, ओहिजा छात्र नेता लोग के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन शुरू भइल। ई विरोध प्रदर्शन बाद में शेख हसीना के सरकार के खिलाफ हो गइल। एह दौरान कई श्रद्धांजलियों आ मूर्तियन के तोड़ल गइल। कट्टरपंथी आ उग्रवादी समूह भी बांगबंधु के स्मारकन के नुकसान पहुँचवले।
भविष्य के प्रभाव
ई फैसला बांग्लादेश में राजनीतिक आ सामाजिक परिदृश्य पर गहरा असर डाल सकेला। बांगबंधु के छवि हटावे के निर्णय पर अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रहल बिया। कुछ लोग एकरा के बांग्लादेश के इतिहास के अनदेखी मान रहलन, जबकि कुछ लोग एकरा के वर्तमान राजनीतिक स्थिति के सच्चाई बतावत बाड़न।
सांस्कृतिक संदर्भ
बांग्लादेश के इतिहास में शेख मुजीबुर रहमान के भूमिका अतना महत्वपूर्ण बा कि उनके छवि हटावल के फैसला सांस्कृतिक आ राजनीतिक रूप से गहिर असर डाल सकेला। बांग्लादेश के लोग के एह बदलाव के प्रति अलग-अलग भावना हो सकेला।
FAQs
1. नया नोट में का बदलाव होई?
नया नोट में धार्मिक संरचनाएं आ बंगाली परंपराएं शामिल होई, जबकि ‘बंगबंधु’ के छवि हटावल जाई।
2. कब तक नया नोट बाजार में आ जाई?
नया नोट छः महीना के भीतर बाजार में आ जाई।
3. ई फैसला काहे लिहल गइल बा?
ई फैसला राजनीतिक स्थिति आ बगावत के प्रतिक्रिया के रूप में लिहल गइल बा।
4. बांगबंधु के छवि हटावल से का असर होई?
ई फैसला बांग्लादेश के इतिहास आ संस्कृति पर गहरा असर डाल सकेला।