दिल्ली के बीजेपी के नया नारा: “अब नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे”
दिल्ली में बीजेपी के नया नारा “अब नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे” राजनीतिक तनाव पैदा कर दिहलस। एह पर आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता अरविंद केजरीवाल के तगड़ा प्रतिक्रिया मिलल। केजरीवाल, जे दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री हईं, ई नारा के आलोचना कइले आ कहलें कि बीजेपी उनकर सरकार के लोकप्रिय कल्याणकारी योजना सभ के समाप्त करे के चाहत बाड़ी।
केजरीवाल के चिंता
केजरीवाल कहले कि बीजेपी के ई बदलाव के आह्वान उन योजना सभ के खत्म करे के खतरा बनके आइल बा, जे मुफ्त बिजली आ पानी के सेवा सभ के समेटले बाड़ी। ऊ बतवले कि ई योजना एएपी सरकार के जनता के समर्थन में बहुत महत्वपूर्ण भइल बाड़ी। केजरीवाल के ई दावे से साफ बा कि ऊ बीजेपी के मंशा पर सवाल उठा रहल बाड़ें।
सचदेव के प्रतिक्रिया
बीजेपी के दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेव तुरंत केजरीवाल के डर के बेबुनियाद बतवलें आ उन पर झूठा जानकारी फैलावे के आरोप लगवलें। सचदेव कहले कि ई नारा दिल्ली के लोगन के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहल बा, जे केजरीवाल के परेशान कइले बा। ऊ स्पष्ट कइले कि बीजेपी के पास वर्तमान कल्याणकारी योजना सभ के बंद करावे के कौनो योजना ना बा।
सlogan के लोकप्रियता
सचदेव कहले कि ई नारा के लोकप्रियता बतावता कि लोग केजरीवाल के नेतृत्व से असंतुष्ट बाड़ें। ऊ केजरीवाल आ उनकर सहयोगी मनिष सिसोदिया आ सतीेंद्र जैन के भ्रष्टाचार में लिप्त बतवले। बीजेपी के आधिकारिक बयान में कहल गइल कि ई नारा युवा आ महिलाओं के बीच काफी गूंज रहल बा, जे अब एक अकारगर आ भ्रष्ट प्रशासन के बदलल चाहत बाड़ी।
भ्रष्टाचार पर कानूनी कार्रवाई
सचदेव आश्वासन दिहलें कि कल्याणकारी योजना सभ जारी रहिहें, लेकिन ऊ इशारा कइले कि वर्तमान सरकार पर भ्रष्टाचार के खिलाफ जल्दी कानूनी कार्रवाई हो सकेला।
FAQs
ई नारा के मतलब का बा?
ई नारा बतावत बा कि लोग अब बदलाव चाहत बाड़ें आ ऊ भ्रष्टाचार आ खराब शासन के खिलाफ आवाज उठा रहल बाड़ें।
केजरीवाल काहे चिंता में बाड़ें?
केजरीवाल के चिंता बा कि बीजेपी उनकर कल्याणकारी योजना सभ के खत्म कर सकेला, जवन जनता के बीच लोकप्रिय बाड़ी।
बीजेपी के योजना का बा?
बीजेपी के योजना बा कि ऊ वर्तमान प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाई आ भ्रष्टाचार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करी।
दिल्ली के लोग का सोचत बाड़ें?
दिल्ली के लोग ई नारा के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया देत बाड़ें आ बदलाव के जरूरत महसूस करत बाड़ें।