क्रॉसफिट: स्वास्थ्य के नया रास्ता
क्रॉसफिट के बारे में लोग अक्सर सोचते बाड़न कि ई केवल फिटनेस के शौकीन लोग खातिर बा। लेकिन ई बात सही ना ह। क्रॉसफिट के डिज़ाइन एहन तरीका से कइल गइल बा कि ई हर उमिर आ क्षमता के लोग खातिर उपलब्ध बा। ई सिद्धांत के मानत बिया कि एलीट एथलीट आ शुरुआती लोगन के जरूरत में अंतर केवल तीव्रता में होला, प्रकार में ना। ताकत आ एरोबिक व्यायाम के मिलान से, क्रॉसफिट फंक्शनल फिटनेस, मांसपेशी ताकत आ कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य के सुधार में मददगार हो सकेला।
अध्ययन के नतीजे
हमार ताजा अध्ययन बतावत बा कि क्रॉसफिट के फायदा स्वास्थ्य खातिर एतना बा कि ई लंबा समय से बीमारी से जूझ रहल लोगन केPrescription दवा के जरूरत के भी कम कर सकेला। ई पारंपरिक दवा-आधारित इलाज के एक वैकल्पिक तरीका प्रस्तुत कर सकेला आ स्वास्थ्य सेवा पर दबाव के भी कम कर सकेला।
हमनी के अध्ययन में यूके के 1,211 लोग के शामिल कइल गइल। प्रतिभागी लोगन के उम्र 19 से 67 साल के बीच रहे। अधिकांश प्रतिभागी 30-39 (38 प्रतिशत) आ 40-49 (26 प्रतिशत) के ग्रुप में बाड़न। प्रतिभागी लोगन से उनका स्वास्थ्य, दवा के इस्तेमाल आ क्रॉसफिट शुरू कइला के बाद दवा में का बदलाव भइल, ई सब के बारे में पूछल गइल।
दवा में कमी
1,211 प्रतिभागी में से 280 लोग कहले कि ऊ लोग क्रॉसफिट शुरू करे से पहिले कवनो दवा लेत रहले। सबसे आम स्वास्थ्य समस्या में चिंता आ अवसाद, अस्थमा, उच्च रक्तचाप, टाइप 2 डायबिटीज आ क्रोनिक दर्द शामिल बा। अध्ययन में पावल गइल कि 54 प्रतिशत प्रतिभागी, जे लोग दवा लेत रहले, ऊ लोग दवा के मात्रा घटा दिहले। 151 लोग में से 69 लोग त दवा लेवे के जरूरत ही छोड़ दिहले, जबकि बाकी 82 लोग दवा के मात्रा आधा से अधिक घटा दिहले। ई सुधार मुख्य रूप से ट्रेनिंग के पहले छह महीना में भइल।
जवान प्रतिभागी (20 से 29 साल के) दवा कम करे के मामले में सबसे अधिक सक्रिय बाड़न। ई ग्रुप में 43 प्रतिशत लोग दवा के मात्रा आधा से अधिक घटा दिहले, आ 27 प्रतिशत लोग त दवा लेवे के जरूरत ही छोड़ दिहले।
डॉक्टर के चक्कर में कमी
अध्ययन में पावल गइल कि 40 प्रतिशत प्रतिभागी कहले कि ऊ लोग क्रॉसफिट शुरू कइला के बाद डॉक्टर के पास कम जाले। क्रॉसफिट के लाभ सिर्फ शारीरिक फिटनेस तक सीमित ना बा, बलुक ई मानसिक स्वास्थ्य आ भलाई में भी सुधार कर सकेला।
क्रॉसफिट के सकारात्मक प्रभाव
क्रॉसफिट के अभ्यास समूह में कइल जाला, जेकरा से सामुदायिक भावना आ समर्थन के भावना बनल रहेला। ई सामुदायिक भावना मानसिक स्वास्थ्य के बेहतर बनावे में मददगार हो सकेला। व्यायाम से एंडोर्फिन, जेकरा के खुशी के हार्मोन कहाला, रिलीज होला, जे दर्द के कम करे आ खुशी बढ़ावे में सहायक होला।
दूसर बात, क्रॉसफिट के ताकत, एरोबिक आ फंक्शनल एक्सरसाइज के संयोजन से मांसपेशी ताकत आ सहनशीलता में सुधार होला, जे जोड़ पर दबाव कम कर सकेला आ दर्द के घटा सकेला। ई उच्च तीव्रता के व्यायाम एंडोर्फिन के रिलीज के बढ़ावा देला, जे असुविधा के कम कर सकेला।
सीमाएं आ आगे के जरूरत
हालांकि, अध्ययन में कुछ सीमाएं भी बा। डेटा स्व-रिपोर्टेड बा, जेसे परिणाम में पक्षपाती हो सकेला। प्रतिभागी लोग दवा के इस्तेमाल के सही से याद ना रख सकेला या क्रॉसफिट के प्रति अपने भावनाओं से प्रभावित हो सकेला। अध्ययन में अन्य जीवनशैली के बदलाव, जइसे आहार में बदलाव या अन्य प्रकार के व्यायाम के ट्रैक ना कइल गइल। एसे, पूरा तस्वीर समझे खातिर अउरी शोध के जरूरत बा।
निष्कर्ष
हमार खोज क्रॉसफिट के फायदा के बारे में आशाजनक साक्ष्य प्रदान करेला, जे स्वास्थ्य सेवा पर दबाव कम कर सकेला। क्रॉसफिट ना केवल फिटनेस खातिर, बलुक स्वास्थ्य सुधार खातिर भी एक बेहतरीन तरीका साबित हो सकेला।
FAQs
क्रॉसफिट का ह?
क्रॉसफिट एक उच्च तीव्रता के व्यायाम प्रणाली बा, जे ताकत आ एरोबिक व्यायाम के मिलावे पर आधारित बा।
क्रॉसफिट से का फायदा होला?
ई शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य आ सामुदायिक भावना में सुधार करे में मददगार होला।
केकरा खातिर क्रॉसफिट ठीक बा?
ई हर उमिर आ क्षमता के लोग खातिर उपयुक्त बा, काहे कि ई कस्टमाइज कइल जा सकेला।
क्रॉसफिट शुरू करे में कवनो जोखिम बा?
जइसन कि हर व्यायाम में होला, सही तरीका से आ प्रशिक्षित व्यक्ति के देखरेख में कइल जाव त जोखिम कम हो जाला।