भारत के राजनीति में नया मोड़: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के विवाद
भारत के राजनीतिक महाकुम्भ ‘इंडिया’ गठबंधन मंगलवार के दिन सुप्रीम कोर्ट के पास जाए के फैसला कइलक। ई फैसला महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी के अगुवाई वाला गठबंधन के जीत खातिर भइल कथित घोटाले के खिलाफ उठावल जाई। ई जानकारी एनसीपी-एसपी के मुखिया शरद पवार, आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल आ कांग्रेस के प्रमुख वकील अभिषेक सिंहवी के बीच भइल बैठक के बाद मिलल।
सुप्रीम कोर्ट में जाने के फैसला
प्रशांत सुदामराव जगताप, एनसीपी (एसपी) पुणे के अध्यक्ष, कहलन, “आज के बैठक में हमनीं ई फैसला कइलक कि इंडिया गठबंधन के नाता सुप्रीम कोर्ट में जाई। हमनीं के विश्वास बा कि सुप्रीम कोर्ट हमनीं के पक्ष में फैसला दी आ घोटाला के खिलाफ आदेश पारित करी।” पवार अपने पार्टी के उन नेता से मिलल बाड़न, जे विधानसभा चुनाव में हार गइल बाड़न।
ईवीएम के विवाद
इंडिया गठबंधन दावा करत बा कि उनकर हार के कारण बीजेपी के अगुवाई वाला महायुती गठबंधन के पक्ष में ईवीएम में कथित रूप से छेड़छाड़ भइल। पिछले महीना भइल चुनाव में बीजेपी के महायुती गठबंधन 288 सदस्यीय सदन में 235 सीट पर जीत हासिल कइलक, जबकि विपक्षी महाविकास आघाडी (MVA) गठबंधन के 46 सीट पर संतोष करना परल।
दिल्ली में वोटर लिस्ट पर चिंता
बैठक के दौरान, केजरीवाल दिल्ली में वोटर लिस्ट के मुद्दा उठवले, जहां अगिला साल विधानसभा चुनाव होखे वाला बा। ई मुद्दा भी गठबंधन के सदस्यन के बीच चर्चा के विषय रहल।
महायुती सरकार के विश्वास मत
महाराष्ट्र विधानसभा में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अगुवाई वाला महायुती गठबंधन के सरकार ने सोमवार के दिन विश्वास मत जीत लिहल। ई विश्वास प्रस्ताव, शिवसेना के विधायक उदय सामंत आ दूसरन द्वारा पेश कइल गइल, आ तीन दिन के विशेष विधानसभा सत्र के आखिरी दिन वॉयस वोट से पारित भइल। कुछ विपक्षी सदस्य अनुपस्थित रहलन, जेमे शिवसेना (UBT) के विधायक आदित्य ठाकरे शामिल रहलन।
भरोसा के मत पारित हो गइल
गवर्नर सी.पी. राधाकृष्णन फडणवीस के सरकार बनावे खातिर पत्र सौंपलन, जवन में कहले रहलन कि फडणवीस के 21 दिन के भीतर विश्वास मत पास करे के पड़ी। विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, जे दिन में दोबारा निर्विरोध चुनल गइल, घोषणा कइलन कि विश्वास प्रस्ताव नवगठित सदन द्वारा मंजूर कर लिहल गइल। बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी के महायुती गठबंधन के पास 288 सदस्यीय विधानसभा में 230 सीट के मजबूत बहुमत बा, जबकि बहुमत के निशान 145 बा। “भरोसा के प्रस्ताव बहुमत से पारित हो गइल,” नार्वेकर कहलन।
FAQs
ई घोटाला के बारे में केहू के जानकारी कइसे मिली?
घोटाला के बारे में दावा कइला के बाद गठबंधन के नेता सब मिल के ई फैसला कइले बाड़न।
कवन-कवन पार्टी सुप्रीम कोर्ट में जाई?
सभी पार्टी, जे इंडिया गठबंधन के हिस्सा बाड़ी, सुप्रीम कोर्ट में जाई।
महायुती के विश्वास मत कइसे जीतल जाला?
महायुती के विश्वास मत वॉयस वोट से पारित भइल, जवन में कुछ विपक्षी सदस्य अनुपस्थित रहलन।
दिल्ली के वोटर लिस्ट के समस्या का बा?
दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव खातिर वोटर लिस्ट में कुछ समस्या के चिंता के रूप में उठावल गइल बा।