भारत सरकार के सफल निकासी अभियान
भारत सरकार मंगलवार के 75 भारतीय नागरिकन के सीरिया से सुरक्षित निकासी कइलस। ई निकासी राष्ट्रपति बशर असद के सरकार के पतन आ सुरक्षा के चिंता के चलते कइल गइल। निकासी के प्रक्रिया भारत के दूतावासन के सहयोग से दमिश्क आ बेरुत में संपन्न भइल।
संघर्ष के माहौल में निकासी
सीरिया में हो रहल राजनीतिक अस्थिरता आ हिंसा के कारण, भारतीय नागरिकन के सुरक्षा खतरे में आ गइल रहल। एही चलते, भारत सरकार जल्दी से जल्दी एक्शन लेके, अपने नागरिकन के सुरक्षित निकालल चाहत रहल। दूतावासन के विशेषज्ञ टीमन के सहयोग से, ई निकासी अभियान के सफलतापूर्वक पूरा कइल गइल।
दूतावासन के भूमिका
भारत के दूतावासन के दमिश्क आ बेरुत में सक्रियता से काम कइल, जहाँ उनकरा लोगन के सुरक्षा आ निकासी के योजना बनावे के जिम्मेदारी रहली। दूतावासन के अधिकारी लोगन लगातार स्थिति पर नजर रखत रहल आ नागरिकन के सही जानकारी प्रदान कइलन।
भोजपुरी समाज के सुरक्षा पर ध्यान
ई निकासी अभियान ना सिर्फ भारत सरकार के प्रयास के दर्शावत बा, बलुक एसे भोजपुरी समाज के सुरक्षा आ भलाई के प्रति सरकार के प्रतिबद्धता के भी प्रदर्शित करत बा। जब संकट के समय आवेला, त एकजुटता आ समर्पण के भावना हर जगह देखल जाला।
FAQs
सीरिया से भारतीय नागरिकन के कइसे निकाला गइल?
भारत सरकार दूतावासन के सहयोग से नागरिकन के निकासी कइलस।
कितना संख्या में लोग निकाला गइल?
75 भारतीय नागरिकन के सुरक्षित निकासी कइल गइल।
ई निकासी काहे जरूरी भइल?
राष्ट्रपति बशर असद के सरकार के पतन आ सुरक्षा के चिंता के चलते ई निकासी जरूरी भइल।
दूतावासन के कवनो भूमिका रहल?
दूतावासन के सक्रिय भूमिका रहल, जवन नागरिकन के सुरक्षित निकासी के योजना बनवले आ जानकारी प्रदान कइलन।