प्रतीक के साड़ी में स्मिता पाटिल के याद
ई काम आसान ना रहल। महिलन के कपड़ा के खोज में रहनी आ ना जाने कवन-कवन चीज मिल जाई। बड़का सौभाग्य से, प्रतीक के आंटी हमरा के आठ गो साड़ी देलस। हमनी मिल के दो गो सुंदर सिल्क कंजीवरम साड़ी के चयन कइनी। राहुल आगे कहले, “ई साड़ी के रंग आ डिजाइन बहुत खास बा।”
स्मिता पाटिल के यादों के महक
प्रतीक हमेशा अपनी माई के याद में रहेलन। ऊ कहले, “लोग आजुओ स्मिता के याद करत बाड़न, जैसे ऊ अभी जिन्दा बाड़ी। उनकर जन्मदिन पर लोग बधाई भेजे ला आ केक काटे ला। ई सब देख के मन में गर्व महकता।”
प्रतीक के ई जज्बात हमनी के बतावेला कि स्मिता पाटिल के योगदान आ उनकर अभिनय के कइसे लोग आजुओ याद करत बा। ऊ सिर्फ एक अदाकारा ना, बलुक एक प्रेरणा बाड़ी।
संस्कृति आ पहिरावा के संगम
राहुल विजय के ई प्रयास केवल एक फैशन डिजाइनिंग ना, बलुक ई ओह सांस्कृतिक विरासत के सम्मान ह जवन स्मिता पाटिल छोड़ गइल बाड़ी। उनकर स्टाइल आ फैशन के छवि आजुओ जिन्दा बा। एह से न केवल प्रतीक के यादें, बलुक स्मिता पाटिल के योगदान के भी सम्मान मिलत बा।
ई सब देख के हमनी के एह बात के एहसास होला कि फैशन आ संस्कृति के मिलन कइसन खास अनुभव पैदा कर सकेला। राहुल आ प्रतीक के ई प्रयास से साबित होला कि पुरान चीज़न के नया रूप में ढालल जा सकेला आ एक नई कहानी बनावल जा सकेला।
FAQs
प्रतीक के माई के नाम का ह?
प्रतीक के माई के नाम स्मिता पाटिल ह।
राहुल विजय के काम का बा?
राहुल विजय एक प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर बाड़न।
कंजीवरम साड़ी के खासियत का ह?
कंजीवरम साड़ी के बुनाई आ रंग-बिरंगापन एकदम खास होला, जवन भारतीय संस्कृति के प्रतीक ह।
स्मिता पाटिल के योगदान कइसन बा?
स्मिता पाटिल भारतीय सिनेमा में एक महत्वपूर्ण अदाकारा रहल बाड़ी, जिनकर काम आजुओ लोग याद करत बा।