भारत आ ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट के रोमहर्षक अंत
जैसे-जैसे बॉक्सिंग डे टेस्ट के अंतिम दिन के नजदीक आवता, भारत आ ऑस्ट्रेलिया के बीच खेल के माहौल गरम हो गइल बा। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर स्टीव ओ’कीफ के माने त भारत ड्रॉ के ना, बलुक जीत के उम्मीद में खेली। मेलन क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहल चौथा टेस्ट में भारत जीत खातिर पूरा जोर लगाई।
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजन के चुनौती
भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह आ मोहम्मद सिराज ऑस्ट्रेलिया के टॉप आ मिडिल ऑर्डर के बिखेर दिहलन। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के मर्णस लाबुशेन (70) आ पैट कमिंस (41) के संघर्ष से खेल में जान आ गइल। अंतिम विकेट खातिर नाथन लायन (41 नाबाद) आ स्कॉट बोलैंड (10 नाबाद) मिलके 55 रन के साझेदारी कइले, जवन ऑस्ट्रेलिया के लीड के 333 रन तक बढ़ा दिहलस।
भारत के अब मेलन में टेस्ट जीत खातिर सबसे बड़ा चौथा पारी में रन बनावे के जरूरत बा। अगर ओह लोगन के जीत मिल जाला, त ई खेल के इतिहास में मेलन पर चौथा पारी में सबसे बड़ जीत होई।
स्टीव ओ’कीफ के विचार
स्टीव ओ’कीफ कहले, “हमरा त नइखे लगत कि भारत ड्रॉ के खातिर खेली। उ लोग कल जीत खातिर मैदान में उतरी।” उनका माने, भारत के मानसिकता साफ बा, आ उ लोग अपना जीत के खातिर कवनो कसर नइखे छोड़त।
सीरीज के स्थिति
बॉर्डर-गवस्कर ट्रॉफी के सीरीज अब 1-1 पर बराबर बा। दुनु टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनावे खातिर लड़ाई कर रहल बाड़ी स। ऑस्ट्रेलिया के स्थिति मजबूत बा आ अगर उ लोग श्रीलंका के दौरा पर जाके दो टेस्ट खेली, त उ लोग 2-2 से ड्रॉ होके भी फाइनल में पहुंच सकेला।
भारत के अब ई टेस्ट जीत के बेहद जरूरत बा। अगर उ लोग हार जाला, त उनका के फाइनल में पहुंचे खातिर दूसर परिणाम पर निर्भर रहना पड़ी।
निष्कर्ष
बॉक्सिंग डे टेस्ट के अंतिम दिन भारत के सामने बड़ा चैलेंज बा। स्टीव ओ’कीफ के अनुसार, भारत जीत खातिर तैयार बा। अब देखे के बात बा कि भारत ई ऐतिहासिक मौका के कइसे भुजाई।
FAQs
प्रश्न: भारत के जीत खातिर कवनो खास रणनीति होई?
उत्तर: भारत के तेज गेंदबाज आ मजबूत बल्लेबाजी पर जोर देवे के पड़ी।
प्रश्न: ई मैच के जीत खातिर भारत के कते रन बनावे के जरूरत बा?
उत्तर: भारत के 334 रन बनावे के जरूरत बा।
प्रश्न: स्टीव ओ’कीफ के विचार का ह?
उत्तर: उ मानत बाड़न कि भारत ड्रॉ के ना, बलुक जीत खातिर खेले जाई।
प्रश्न: सीरीज के स्थिति का ह?
उत्तर: सीरीज अब 1-1 पर बराबर बा।