कोहिमा: 25वां हॉर्नबिल महोत्सव का तिसरका दिन
कोहिमा में, नागालैंड के विरासत गाँव किसमा में 25वां हॉर्नबिल महोत्सव के तिसरका दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के भव्य प्रदर्शन के साथ मनावल गइल। एह महोत्सव में विभिन्न नागा जनजातियन के पारंपरिक नृत्य, लोक गीत आ सांस्कृतिक प्रदर्शनन के देख के दर्शक लोग मंत्रमुग्ध हो गइल।
संस्कृति के समृद्धि के झलक
एह दिन के कार्यक्रम में नागालैंड के विविधता आ समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के झलक मिलल। हर जनजाति अपना खास नृत्य आ संगीत से दर्शकन के दिल जीत लेहल। नृत्य आ संगीत के ताल पर लोग झूम उठल आ हर कोई अपने-अपने जनजाति के संस्कार के गर्व महसूस कइलन।
पारंपरिक नृत्य आ लोक गीत
इस महोत्सव में पारंपरिक नृत्यन के प्रदर्शनी में बड़का संख्या में कलाकार शामिल भइलन। एह नृत्य में ना केवल सुंदरता बल्कि हर एक मूवमेंट में एगो कहानी छिपल रहला। लोक गीतन के मधुर सुर में हर कोई खो गइल। ई कार्यक्रम न केवल मनोरंजन के साधन रहल, बल्कि नागालैंड के संस्कृति के गहराई से समझे के भी मौका दिहलस।
सांस्कृतिक जुड़ाव आ भावनाएँ
दर्शक लोगन के बीच ई महोत्सव ना केवल सांस्कृतिक प्रदर्शन के रूप में, बल्कि एकजुटता आ भाईचारा के भावना के प्रकट करे के माध्यम बनल। हर जनजाति के लोग आपस में मिलके खुशी मनवलन आ एक-दूसरा के संस्कृति के सराहलन। एही से, ई महोत्सव के महत्व आ बढ़ गइल।
निष्कर्ष
25वां हॉर्नबिल महोत्सव, नागालैंड के सांस्कृतिक धरोहर के जियत-जागता उदाहरण बनल। एह महोत्सव के माध्यम से ना केवल नागा संस्कृति के समृद्धि के प्रदर्शित कइल गइल, बल्कि आधुनिक पीढ़ी के भी एक नया दृष्टिकोण देवे के कोशिश कइल गइल।
FAQs
हॉर्नबिल महोत्सव का कब मनावल जाला?
हॉर्नबिल महोत्सव हर साल दिसंबर महिना में मनावल जाला।
ई महोत्सव में कवन-कवन जनजाति शामिल होखेली?
ई महोत्सव में नागालैंड के लगभग सभी प्रमुख जनजातियन के शामिल होते।
इस महोत्सव के मुख्य उद्देश्य का होला?
इस महोत्सव के मुख्य उद्देश्य नागालैंड के संस्कृति आ परंपरा के बढ़ावा देना आ एकजुटता के भावना के मजबूत करना होला।
महत्वपूर्ण कार्यक्रमन के समय का होला?
महत्वपूर्ण कार्यक्रमन के समय हर साल अलग-अलग होला, लेकिन आमतौर पर महोत्सव के शुरुआत के समय आ समाप्ति के समय के जानकारी आयोजक द्वारा बतावल जाला।
कइसे भाग ले सकीला?
भाग लेवे खातिर टिकट खरीदल जरूरी होला आ आयोजक लोगन के दिशा-निर्देश के पालन करे के पड़ी।