नेपाल में पर्यावरण के खतरा: विकास के नाम पर बेतरतीब डोजर के इस्तेमाल
नेपाल के पर्यावरण पत्रकारन के फोरम (Nefej) सरकार के ध्यान खींचल ह कि गांवन में बेतरतीब डोजर के इस्तेमाल मुख्य रूप से बुनियादी ढांचा विकास के नाम पर हो रहल बा, जबकि पर्यावरण आ अन्य मुद्दा पर ध्यान ना दियाल जा रहल बा।
भूमि के कमजोरी आ बाढ़ के समस्या
बेतरतीब काम के नतीजा ह कि जमीन ना सिरिफ बरसात के मौसम में कमजोर भइली, बलुक सूखा मौसम में भी ई कमजोर हो गइल बा। एनफेज के ओर से जारी बयान में कहल गइल बा कि स्थानीय सरकार, राजनीतिक पार्टी आ अन्य हितधारक लोगन के ई बेतरतीब डोजर के इस्तेमाल रोके खातिर गम्भीर होखे के जरूरत बा। सामान्य जनता के भी ए मुद्दा पर आवाज उठावे के जरूरत बा।
विकास के नाम पर विनाश
Nefej सरकार के ध्यान खींचत कहले बा कि विकास के नाम पर ए तरह के विध्वंसकारी गतिविधियन के रोके के जरूरत बा, जे खाली आवंटित बजट के खर्चे आ वोट के खातिर कइल जा रहल बा। खासकर के संघीय सरकार के ए मुद्दा पर ध्यान देवे के चाहीं।
पानी के संकट आ पारंपरिक जल स्रोत के संरक्षण
ई बयान में कहल गइल बा कि बाढ़ आ भूस्खलन के कारण कई जिला में पानी के संकट आ गइल बा। पारंपरिक जल स्रोत के बर्बादी आ नदियन से पंप के माध्यम से पानी खींचे के मुख्य कारण बा। बाढ़ आ भूस्खलन के चलते पंप आ कुआं बह गइल आ पारंपरिक जल स्रोत के कमी के कारण ई संकट उत्पन्न भइल।
अवैध खनन आ पर्यावरण के नुकसान
देश भर में नदी तट के सामग्री के अवैध निकासी आ क्रेशर उद्योग के संचालन के मुद्दा काफी समय से चर्चा में बा। लेकिन संबंधित अधिकारी लोग ई मुद्दा पर ध्यान ना दे रहल बा। एक तरफ क्रेशर उद्योग के संचालन से धरती कमजोर हो रहल बा, त दूसरी ओर खनन से निकले वाला धूल आ ग्रेन्यूल के बेतरतीब डंपिंग से पर्यावरण पर बड़का नुकसान हो रहल बा।
स्थानीय सरकार के नीतियों पर जोर
क्रेशर के अवैध आ बेतरतीब संचालन के कानून के तहत लावल ना जा सकल काहे कि राजनीतिक आ प्रशासनिक स्तर पर ई लोगन के सुरक्षा मिल रहल बा। बाढ़ के बाद ई मुद्दा पर कुछ समय तक चर्चा भइल लेकिन अब संबंधित अधिकारी लोग ए मुद्दा के बिसर गइल बाड़न आ क्रेशर फिर से पर्यावरण के ध्यान में ना रख के काम कर रहल बाड़न।
भविष्य के निर्माण के नीति
Nefej के कहनाम बा कि पुनर्निर्माण के काम धीरे-धीरे आगे बढ़ रहल बा। ई समय बा कि स्थानीय सरकार लोग ए तरह से नीति बनावे ताकि भविष्य में होखे वाला नुकसान के कम कइल जा सके। लोगन के ऊंचाई पर घर बनावे के अनुमति ना मिले आ नदी किनारे घर बनावे में कुछ जगह छोड़ल जाव, ई सब बातन के ध्यान में रखल जाव।
बाढ़ आ भूस्खलन के कहर
26, 27 आ 28 सितंबर के भइल बाढ़ आ भूस्खलन में कम से कम 246 लोगन के मौत भइल, 178 लोग घायल भइल आ 18 लोग अबहियों लापता बाड़न। ई घटना से ई साबित होला कि विकास के नाम पर हो रहल बेतरतीब गतिविधियन के रोकल जरूरी बा।
FAQs
नेपाल में बाढ़ के कारण का बा?
बाढ़ के मुख्य कारण पारंपरिक जल स्रोत के बर्बादी आ अवैध खनन बा।
Nefej के मांग का बा?
Nefej सरकार से बेतरतीब डोजर के इस्तेमाल रोके आ पारंपरिक जल स्रोत के संरक्षण के मांग कइले बा।
स्थानीय सरकार के भूमिका का होई?
स्थानीय सरकार के नीति बनावे के जरूरत बा ताकि भविष्य में नुकसान कम हो सके आ लोग सुरक्षित रह सके।
बाढ़ से बचे खातिर का उपाय हो सकेला?
लोगन के ऊंचाई पर घर ना बनावे आ नदी किनारे उचित दूरी पर घर बनावे के सलाह दीहल जाला।