Payas Pandit के खास इंटरव्यू
हमनी के आज एक खास बातचीत भइल Payas Pandit से, जेकरा में उ अपने माता-पिता के बारे में बतवले। Payas कहले कि उनकर माता-पिता फिल्म इण्डस्ट्री में काम करे के बिलकुल पसंद ना करत रहलन। उ बतवले कि उनकर परिवार के लोगन के भोजपुरी सिनेमा के वल्गैरिटी से बहुत नफरत रहल। एही से, Payas अपने माता-पिता के विचारन के इज्जत करत, भोजपुरी सिनेमा में रहके भी कवनो वल्गर फिल्म ना कइलन।
उ कहले कि शायद एही वजह से उ भोजपुरी सिनेमा में इतना ना चल पइले। Payas बतवले कि उ कभी अइसन कवनो फिल्म ना कइले, जवन उ अपने परिवार के संग ना देख पावें। जब उ भोजपुरी सिनेमा में शुरुआत कइले, त उनकर माता-पिता थोड़ा चिंतित रहलन, लेकिन जब उ लोगन ने उनका फिल्म देखलन, तब उ लोगन उनकर करियर से संतुष्ट हो गइले।
माता-पिता के चिंता आ समर्थन
Payas कहले कि शुरुआत में उनकर माता-पिता के चिंता स्वाभाविक रहल। हर माता-पिता चाहेला कि उनकर संतान सही रास्ता पर चलो। लेकिन, जब उ लोगन ने Payas के फिल्मन के देखा, त उनकर सोच बदले लागल। उ लोगन के विश्वास हो गइल कि Payas सही रास्ता पर बाड़न।
भोजपुरी सिनेमा के प्रति सोच
Payas के अनुसार, भोजपुरी सिनेमा में कई तरह के कंटेंट मौजूद बा, लेकिन उ हमेशा उच्च स्तर के फिल्मन में काम करे के चाहत रहलन। उ वल्गैरिटी से दूर रहके भोजपुरी सिनेमा के गरिमा बढ़ावे के कोशिश कइले। उ कहले कि भोजपुरिया संस्कृति के सम्मान करे के जरूरत बा, आ उ हमेशा एही बात के ध्यान रखले बाड़न।
परिवार के समर्थन के महत्व
Payas बतवले कि परिवार के समर्थन हर कलाकार खातिर बहुत जरूरी बा। जब माता-पिता आपन संतान के काम में समर्थन करेलें, त उ लोगन के आत्मविश्वास आ बढ़ जाला। ई बात Payas के करियर में भी देखे के मिलल। उ कहले कि परिवार के समर्थन से उ आज इहाँ तक पहुंच पवले।
FAQs
Payas Pandit के माता-पिता भोजपुरी सिनेमा के बारे में का सोचत रहलन?
उनकर माता-पिता भोजपुरी सिनेमा के वल्गैरिटी से नफरत करत रहलन।
Payas कवनो वल्गर फिल्म कइले बाड़न?
ना, उ हमेशा अपने माता-पिता के विचार के इज्जत करत वल्गर फिल्म ना कइले।
Payas के माता-पिता कब संतुष्ट भइलन?
जब उ लोगन ने Payas के फिल्म देखलन, तब उ लोगन संतुष्ट हो गइले।
भोजपुरी सिनेमा के गरिमा बढ़ावे खातिर Payas का कइले बाड़न?
उ हमेशा उच्च स्तर के फिल्मन में काम करे के कोशिश करत बाड़न आ वल्गैरिटी से दूर रहले बाड़न।
एही तरह, Payas Pandit के कहानी आ उनकर संघर्ष भोजपुरिया सिनेमा में एक नया संदेश देत बा। उ हमेशा अपने परिवार आ संस्कृति के इज्जत करत बाड़न, आ ई बात उनकर सफलता के पीछे के कारण भी बा।