मनमोहन सिंह के निधन पर पाकिस्तानी मंत्री के श्रद्धांजलि
इम्रान खान के कैबिनेट के एक मंत्री फवाद चौधरी, जिनका नाम खूब चर्चित बा, मनमोहन सिंह के ‘जलम के बेटा’ कहलन। मनमोहन सिंह, जिनका जन्म बंटवारा से पहिले के भारत के गाह गाँव में भइल, अब पाकिस्तान के हिस्सा बन गइल बा।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इम्रान खान, मनमोहन सिंह से कर्तारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में भेंट कइले रहन। (फोटो: PTI फाइल)
फवाद चौधरी, जो इम्रान खान के पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) से जुड़ल बाड़न, मनमोहन सिंह के निधन पर श्रद्धांजलि दिहलन। ऊ ट्वीट कइलन, “डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के सुन के बहुत दुख भइल। आज भारत के आर्थिक स्थिरता के जो स्थिति बा, ऊ उनकर दूरदर्शी नीतियन के कारण ही बा। गाह गाँव, जे अब पाकिस्तान के चकवाल में पड़ेला, में जन्मल डॉ. सिंह जलम के बेटा रहन आ ई क्षेत्र के लोगन खातिर एक प्रेरणा बनल रहन।”
मनमोहन सिंह, जिनके भारतीय आर्थिक सुधार के आर्किटेक्ट कहल जाला, दिल्ली में गुरुवार रात के निधन हो गइलन। उनकर उम्र 92 बरिस रहल।
सभी इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, दिल्ली से उनकर मृत्यु के खबर मिलल। ऊ आपातकालीन वार्ड में 8:30 बजे के आसपास गंभीर स्थिति में भर्ती भइल रहन।
मनमोहन सिंह के निधन पर दुनियाभर से श्रद्धांजलि के बारिश भइल। सिंगापुर के भारत में राजदूत सायमन वोंग कहले, “श्री मनमोहन सिंह जी के निधन पर बहुत दुख भइल। ऊ एक ऐसे राज्यनायक रहले जिनकर बुद्धिमत्ता आ नेतृत्व भारत के विकास के आकार दिहलस।”
पूर्व मालदीव मंत्री अब्दुल्ला शाहिद भी मनमोहन सिंह के श्रेय दिहलन कि ऊ भूटान, नेपाल आ मालदीव में चुनाव करावलन। शाहिद कहले कि मनमोहन सिंह के कार्यकाल में मालदीव में पहिला लोकतांत्रिक सरकार के गठन भइल आ डॉ. सिंह पहिला नेता रहले जवन मालदीव के नव-निर्मित संसद, जवन ‘मजलिस’ कहल जाला, के संबोधित कइलन।
निष्कर्ष
मनमोहन सिंह के निधन पर भारत आ पाकिस्तान दुनु तरफ से गहरी संवेदना व्यक्त कइल गइल। ऊ एक एेसे नेता रहन जिनकर योगदान आ दृष्टिकोण आजो याद कइल जाला।
FAQs
मनमोहन सिंह कइसे निधन भइल?
ऊ दिल्ली के अस्पताल में गंभीर स्थिति में भर्ती रहले आ निधन हो गइलन।
मनमोहन सिंह के जन्म स्थान का बा?
मनमोहन सिंह के जन्म गाह गाँव में भइल, जे अब पाकिस्तान में बा।
फवाद चौधरी के श्रद्धांजलि में का कहलन?
फवाद चौधरी कहलन कि मनमोहन सिंह भारत के आर्थिक स्थिरता के लिए एक प्रेरणा रहले।